मोशन कोचिंग संस्थान के छात्र ने की आत्महत्या

कोटा में रहकर नीट की कर रहा था तैयारी

मोशन कोचिंग संस्थान के  छात्र ने की आत्महत्या

कोटा शहर में इस साल एक जनवरी से 15 अक्टूबर तक कुल उन्नीस कोचिंग विद्यार्थियों की मौत हो चुकी है।

कोटा । दादाबाड़ी थाना इलाके में  बुधवार देर रात को  मोशन  कोचिंग संस्थान के एक  कोचिंग छात्र ने अपने गले में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है। कोचिंग छात्र पिछले एक साल से शास्त्री नगर दादाबाड़ी में पीजी में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। कोटा शहर में इस साल एक जनवरी से 15 अक्टूबर तक  कुल 19 कोचिंग विद्यार्थियों की मौत  हो चुकी है, जिसमें  15 विद्यार्थियों ने आत्महत्या की और चार की संदिग्ध मौत हुई  है।  हैड कांस्टेबल नवाब सिंह ने बताया कि आशुतोष चौरसिया (20) भुवनेश्वर चौरसिया निवासी अतीकपुर मिजार्पुर ,बनारस (यूपी) हाल शास्त्री नगर,दादाबाड़ी ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया । छात्र  के द्वारा आत्महत्या करने के कारण का अभी पता नहीं चला है। 
 
बहन आई तो चला पता 
 उन्होेंने बताया कि कोचिंग छात्र पिछले एक साल से पीजी में रह रहा था और  मोशन  कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। कोचिंग छात्र बीच में अपने गांव चला गया था और दो - तीन महीने पहले ही दोबारा आया था। उसी मकान में उसकी फुफेरी  बहन भी रहती है। बहन कोचिंग गई थी । वह रात को कोचिंग से आई तो उसने उसके कमरे को खटखटाया , लेकिन कोई उत्तर नहीं मिलने पर बहन ने मकान मालिक को बुुलाया और फिर कमरे के गेट को धक्के से खोला तो वह पंखे से फंदे पर लटक रहा था। छात्र के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है। छात्र ने क्यों सुसाइड किया इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। छात्र का गुरुवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। परिजनों को सूचना कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कोचिंग छात्र तीसरी बार नीट यूजी की तैयारी कर रहा था। 
 
पीजी में नहीं थी एंट्री हैंगिंग डिवाइस 
 जिस पीजी में कोचिंग छात्र रहता था, उस में सुसाइड को रोकने के लिए हैंगिंग डिवाइस नहीं लगी थी। जबकि पहले ही जिला प्रशासन ने हॉस्टल, पीजी में हैंगिंग डिवाइस लगाने के निर्देश जारी किए थे। 
 
इनका कहना है 
 दादाबाड़ी  क्षेत्र में रह रहे एक कोचिंग छात्र ने बुधवार रात को पीजी के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या करने के कारण का अभी पता नहीं चला है। कोचिंग छात्र मोशन कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था। परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम होगा । सुसाइडनोट मिला था। जिसमें बीमारी के चलते मानसिक तनाव में चलना बताया गया है तथा माता-पिता पर बोझ नहीं बनने की बात लिखी है। 
- नरेश कुमार मीणा , थानाधिकारी दादाबाड़ी 
 
इस मामले में मोशन कोचिंग संस्थान के सीईओ नितिन विजय से वर्जन जानने के लिए उनको मोबाइल से  कॉल किया, लेकिन उन्होंने फोन काट दिया तथा उन्हें वाट्सएप पर व एसएमएस  द्वारा टेैक्स्ट मैसेज भी किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

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