नीमकाथाना जिला निरस्त करने का विरोध जारी, बिना समीक्षा और जनता की राय लिए बिना लिया निर्णय जन विरोधी : सुरेश मोदी
एकमात्र मांग है कि नीमकाथाना जिले को पुन: स्थापित किया जाए
विधायक सुरेश मोदी भी आंदोलन में शामिल होकर धरने पर बैठे लोगों को माला पहनाकर उउत्साह बढ़ाया।
पाटन। नीमकाथाना जिला बनाने की मांग को लेकर विरोध का सिलसिला लगातार जारी है। मोठूका मे क्रमिक भूख हड़ताल में स्थानीय नागरिकों ने अपने विरोध को प्रदर्शन के रूप में व्यक्त किया। इस भूख हड़ताल में प्रमुख रूप से ज्वाला प्रसाद, लालसिंह राठौड़, दुर्गाप्रसाद मीणा, रोहिताश जांगिड़, बिल्लू यादव, डालूराम मीणा, महेश कुमार गुप्ता, हनुमान सिंह राजपूत, रामौतार सिंह, रामनिवास यादव, सवाई सिंह राजपूत, विजय सिंह, दोला खान, बनवारी लाल मीणा, धनराज गुप्ता, रामकरण वर्मा, अहमद खान, छगन, हजारी लाल जांगिड़, विजय सिंह, सतपाल, रफीक खान, मगन सिंह राजपूत, हवासिंह मेघवाल, योगेश, सुभाष स्वामी, रिंकु गोयल, हजारीलाल जांगिड़ सहित कई अन्य प्रमुख नेताओं और नागरिकों ने भाग लिया।
विधायक सुरेश मोदी भी आंदोलन में शामिल होकर धरने पर बैठे लोगों को माला पहनाकर उउत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर विधायक मोदी ने ग्रामवासियों को संबोधित करते कहा कि नीमकाथाना जिले को लेकर भाजपा सरकार ने नकारात्मक रवैया अपनाया है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि पुनर्विचार कमेटी की ओर से बिना किसी समीक्षा या जनता की राय के यह निर्णय लिया गया, जो जनहित के खिलाफ है। विधायक ने कहा कि इस निर्णय से आम जनता में गहरा आक्रोश है और चारों ओर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान जनता ने विश्वास दिलाया कि उनकी एकमात्र मांग है कि नीमकाथाना जिले को पुन: स्थापित किया जाए।
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