जयपुर में झालाना लेपर्ड रिज़र्व के बाद पर्यटकों को आमागढ़ के रूप में नया डेस्टिनेशन मिलने जा रहा है... मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल उद्घाटन

शानदार पहाड़ियों से घिरा वन एरिया विभिन्न प्रजातियो के पक्षियों सहित लेपर्ड, जरख, सियार, नीलगाय आदि वन्यजीवों की पनाह स्थल है।

जयपुर में झालाना लेपर्ड रिज़र्व के बाद पर्यटकों को आमागढ़ के रूप में नया डेस्टिनेशन मिलने जा रहा है... मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल उद्घाटन

यहां पर्यटकों को जलमहल पोईंट और रघुनाथगढ़ पोईंट से शहर का विहंगम नजारा देखने को मिलेगा।

जयपुर। जयपुर में झालाना लेपर्ड रिज़र्व के बाद पर्यटकों को आमागढ़ के रूप में नया डेस्टिनेशन मिलने जा रहा है। शानदार पहाड़ियों से घिरा वन एरिया विभिन्न प्रजातियो के पक्षियों सहित लेपर्ड, जरख, सियार, नीलगाय आदि वन्यजीवों की पनाह स्थल है।


यहां पर्यटकों को जलमहल पोईंट और रघुनाथगढ़ पोईंट से शहर का विहंगम नजारा देखने को मिलेगा। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहाँ क़रीब 19 लेपर्ड्ज़ का मूवमेंट है। इसके अतिरिक्त क़रीब 10 जरख की उपस्थिति देखी गई है। यहाँ लेपर्ड और जरख के पगमार्क की तरह वॉटर पोईंट बनाए गए हैं। क़रीब 16.36 वर्ग किलोमीटर में फैले वन एरिया चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। कहा जाए तो झालाना लेपर्ड रिज़र्व के बाद पर्यटकों को आमागढ़ एक अच्छा पर्यटन स्थल के रूप में मिला है। यहाँ सफ़ारी के लिए क़रीब 14 किमी का ट्रैक बनाया गया है, जिसे एक दूसरे से जोड़ा गया है। रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमागढ़ में लेपर्ड सफ़ारी का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस दौरान वन मंत्री सुखराम विश्नोई भी मौजूद रहें।

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