धौलपुर: पार्वती बांध से छोड़े गए पानी से 3 दर्जन गांव बने टापू, जिला तथा तहसील मुख्यालयों से कटा संपर्क
धौलपुर जिले में पार्वती बांध से छोड़े गए पानी से करीब 3 दर्जन गांव टापू बन गए, वहीं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद चंबल नदी से सटे हुए गांवों में बाढ़ की संभावना बन गई है। पार्वती बांध से छोड़े गए पानी के कारण लगभग 35 गांव जिला तथा तहसील मुख्यालयों से कट गए हैं। इन गांवों में आने जाने का रास्ता बंद हो गया है।
धौलपुर। धौलपुर जिले में पार्वती बांध से छोड़े गए पानी से करीब 3 दर्जन गांव टापू बन गये वहीं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद चंबल नदी से सटे हुए गांवों में बाढ़ की संभावना बन गई है। पार्वती बांध से छोड़े गए पानी के कारण लगभग 35 गांव जिला तथा तहसील मुख्यालयों से कट गए हैं। इन गांवों में आने जाने का रास्ता बंद हो गया है। वहीं नदी के तेज बहाव के कारण लगभग 40 विद्युत पोल गिर गए हैं जिससे नदी वाले इलाकों के 30 के करीब गांव में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। बताया जा रहा है कि करीब पांच वर्ष पहले पार्वती नदी में बहाव बढ़ने से संकट पैदा हुआ था। इस बार उससे बड़ा संकट सामने आया है।
धौलपुर बसेड़ी बयाना मार्ग पर यातायात बंद हो गया है, इसलिए धौलपुर से बयाना होकर जयपुर जाने वाली बस बंद है। इसी प्रकार धौलपुर से सैपऊ भरतपुर होकर जयपुर जाने वाली बसें भी बंद कर दी गई है, क्योंकि धौलपुर से भरतपुर के रास्ते में पार्वती नदी पर पानी की चादर चल रही है जिसमें बसों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। रोडवेज ने सुरक्षा की दृष्टि से इन मार्गों पर यातायात बंद किया है। जबकि धौलपुर से करौली होकर जयपुर जाने वाली बस तथा धौलपुर से आगरा होकर जयपुर जाने वाली बसें चालू है। धौलपुर से जयपुर वाला सैपऊ का रास्ता बंद हो गया है। चंबल नदी खतरे के निशान से 6 मीटर ऊपर बह रही है तथा निरंतर पानी की आवक बढ़ने से चंबल के किनारे बसे गांव में रहने वाले लोग परेशान हैं।
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