कोटा दक्षिण वार्ड 12 - जनता की आवाज : जो वादे किए थे, वो पूरा करें पार्षद
सड़कों पर कीचड़, मेहमानों का घरों तक पहुंचना हुआ मुश्किल , कचरा व गंदगी का ढेर, समय पर नहीं होती सफाई
दो साल में एक बार भी पार्षद ने वार्ड में झांक कर देखा तक नहीं कि वार्डवासी किन तकलीफों से गुजर रहे हैं। पार्षद बनते ही वादे हवा हो गए और कल तक जो अपनापन था वो आज परायपन में तब्दील हो गया।
कोटा । नगर निकाय चुनाव से पहले जनप्रतिनिधियों ने वार्डों को स्मार्ट बनाने के जो वादे किए थे वो चुनाव खत्म होने के साथ ही जेहन से मिट गए। पहले एक-एक घर दस्तक देकर कुशलक्षेम पूछते, भाई-भतीजा, बेटा बनकर अपनापन जताते फिर वोट मांगते। परीक्षा की घड़ी आई तो जनता ने भी अपना फर्ज निभाया और पूरी निष्ठा से पार्षद को शहरी सरकार का हिस्सा बनाया। लेकिन, पार्षद बनते ही वादे हवा हो गए और कल तक जो अपनापन था वो आज परायपन में तब्दील हो गया। हालात यह हैं, दो साल में एक बार भी पार्षद ने वार्ड में झांक कर देखा तक नहीं कि वार्डवासी किन तकलीफों से गुजर रहे हैं। दैनिक नवज्योति टीम नगर निगम दक्षिण के वार्ड 12 के बाशिंदों के बीच पहुंची तो लोगों ने कुछ इस तरह पीड़ा बयां की।
यह है वार्ड क्षेत्र
वार्ड-6 का सम्पूर्ण क्षेत्र, झाडू बस्ती, सेक्टर 5-ए आशिंक, रेलवे लाइन के सहारे बस्ती, अभिज्ञान स्कूल की गली, गांधी नगर कच्ची बस्ती शामिल हैं।
बच्चों का निकलना मुश्किल
पीएनटी कॉलोनी स्थित विस्तार योजना की कॉलोनी में घरों तक पहुंचने का रास्ता तक नहीं बचा। सीवरेज पाइप लाइन डालने के लिए खोद सीसी सड़क पर कीचड़ पसरा हुआ है। ईद पर मेहमान कीचड़ से होते हुए घर पहुंचे। चारों तरफ गंदगी का ढेर लगा हुआ है। बारिश का पानी भरा होने से मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। खेलने के लिए बच्चों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
- अब्दुल गनी, वार्ड 12 निवासी
घरों के सामने कचरे का ढेर
कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर कचरे का ढेर लगा हुआ है। भोजन की तलाश में आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। दुर्गंध से मोहल्लेवासियों का रहना मुहाल हो गया। यहां से गुजरने के दौरान श्वानों का झूंझ राहगीरों व बाइक सवारों को काटने दौड़ता है। कई बार इनसे बचने के चक्कर में बाइक सवार गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। समय पर कचरे का उठाव नहीं होना सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
-इश्तियाक अली, विस्तार योजना निवासी
गलियों में सड़ रहा कचरा
झाडू बस्ती में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण नहीं होता। टीपर भी समय पर नहीं आते। सफाई कर्मचारी भी सप्ताह में दो या तीन बार ही आते हैं। वहीं, बस्ती की गलियों में सफाई नहीं होने से कचरा सड़ता रहता है। बदबू से लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। यहां सरकारी स्कूल का भवन खंडर हो चुका है, जिसमें रात को असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।
-राधा देवी, झाडू बस्ती निवासी
आफत बने झूलते बिजली के तार
मोहल्ले में बिजली के तार काफी नीचे की ओर झूल रहे हैं। लोडिंग वाहनों के गुजरने के दौरान तार उलछकर टूट जाते हैं, जिससे घंटों बिजली गुल रहती है। वहीं, विद्युत पोल घरों से सटे हुए हैं। जिससे बरसात के दौरान करंट का खतरा बना रहता है। पूर्व में पार्षद को भी समस्या से अवगत कराया था लेकिन समाधान नहीं हुआ।
- शिव लाल, वार्ड 12 निवासी
नहीं होती सुनवाई
वार्ड 12 के इलाके में अधिकतर हिस्सा कच्ची बस्ती आती है। जहां पार्कों में अतिक्रमण, सड़क व धीमी गति से जलापूर्ति सहित कई समस्याएं हैं। जिनका समाधान के लिए संबंधित विभागों की शिकायत महापौर, एक्सईएन, जेईएन से की लेकिन बीजेपी पार्षद होने के नाते सुनवाई नहीं हुई। सीवरेज लाइन का काम पूरा होते ही पूरी सीसी सड़क बनवाएंगे। झाडू बस्ती में क्रमोन्नत होने के बाद खाली पड़े सरकारी स्कूल भवन को सामुदायिक भवन में तब्दील करवाना प्राथमिकता है, ताकि लोगों को शादी-समारोह के आयोजन के लिए जगह मिल सके। सेक्टर-6 में तीन पार्क हैं, जहां चारदीवारी, नई बैंचे, प्लास्टर सहित अन्य काम करवाएं हैं। वहीं, जहां पानी की समस्या है वहां नई पाइप लाइन बिछाने के लिए जलदाय विभाग को लिखा है।
दिलीप सिंह, पार्षद वार्ड 12
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