सीबीएसई ने 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा पैटर्न में किया बदलाव, सैंपल पेपर्स जारी
मेडिकल-इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में मील का पत्थर साबित होगा नया पैटर्न
सीबीएसई बोर्ड द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार 10वीं-12वीं की वर्ष 2023 में होने वाली वार्षिक परीक्षा का पेपर पैटर्न में अहम बदलाव किए गए हैं।
कोटा। सीबीएसई की ओर से सोमवार को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 10वीं व 12वीं बोर्ड के सैंपल प्रश्न पेपर्स जारी कर दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन अगले वर्ष 15 फरवरी से किया जाएगा। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 12वीं बोर्ड में फिजिक्स,केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स तथा बायोलॉजी में ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्नों का वेटेज 22 से 25 प्रतिशत रहेगा। यह जानकारी सैंपल प्रश्न पेपर्स के विश्लेषण में सामने आई। शर्मा ने बताया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी एनईपी-2020 के तहत स्कूली-शिक्षा को काम्पीटेंसी बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में सिर्फ टीचिंग लर्निंग ही नहीं बल्कि एग्जामिनेशन तथा एसेसमेंट प्रेक्टिसेज में भी बदलाव किए गए हैं। बोर्ड-2023 की परीक्षाओं के लिए काम्पीटेंसी व एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड प्रश्न की संख्या बढ़ा दी गई है।
देव शर्मा ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार 10वीं-12वीं की वर्ष 2023 में होने वाली वार्षिक परीक्षा का पेपर पैटर्न में अहम बदलाव किए गए हैं। 12वीं की 3 घंटे की परीक्षा होगी। फिजिक्स-केमिस्ट्री का पेपर कुल 70 नम्बर का होगा। जिसमें कुल 35 प्रश्न होंगें, इसमें ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या 18 होगी जो प्रत्येक प्रश्न एक-एक नम्बर के होंगे। इस तरह ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का वेटेज 25.7 प्रतिशत रहेगा। इसी तरह बायोलॉजी का पेपर भी कुल 70 नम्बर का होगा। जिसमें टोटल 16 प्रश्न होंगे जो एक-एक अंक के होंगे। इस तरह ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का वेटेज 22.85 प्रतिशत होगा। वहीं, मैथमेटिक्स का पेपर कुल 80 नम्बर का होगा, जिसमें प्रश्नों की संख्या 38 होगी। इसमें एक-एक नम्बर के 18 ऑब्जेक्टिव प्रश्न शामिल हैं, जिसका वेटेज 22.5 प्रतिशत रहेगा।
प्रतियोगी परीक्षाओं में फायदा
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि कारोनाकाल से पहले एग्जामिनेशन पैटर्न में 10 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का था, जिनका कुल वेटेज 14 प्रतिशत के लगभग था। वर्ष 2023 में ऑब्जेक्टिव प्रश्न का वेटेज बढ़ने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को लाभ होगा। कोविड के दौरान वर्ष 2022 में बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन वर्ष में दो बार ऑब्जेक्टिव व सब्जेक्टिव पैटर्न पर किया गया था। जिसमें 50 प्रतिशत प्रश्न सिलेबस से ही पूछे गए थे।
इंजीनियरिंग-मेडिकल तालमेल
शर्मा के मुताबिक, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा जेईई तथा नीट-यूजी के अलावा आर्किटेक्चर प्रवेश परीक्षा नाटा, क्लेट, जिपमेट तथा सीयूईटी में ऑब्जेक्टिव-टाइप, एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड प्रश्न ही पूछे जाते हैं।
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