असर खबर का -अब सर्दी में खुले में सोने वालों को मिलेगी राहत
मंत्री धारीवाल के निर्देश पर निगम के शुरू किए रैन बसेरे
सर्दी में खुले में सोने वालों की पीड़ा के मुद्दे को दैनिक नवज्योति ने उठाया था। समाचार पत्र में 27 नवम्बर के अंक में पेज दो पर ‘ खुला आसमान, हम हैं परेशान, बता जिंदगी किस ओर है जाना’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें शहर में जगह-जगह रात को फुटपाथ व सड़क किनारे सोने वालों की पीड़ा को उजागर किया गया था।
कोटा। सर्दी के मौसम में फुटपाथ व खुले में सोकर रात गुजारने वालों को राहत प्रदान करने के लिए स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश के बाद नगर निगम ने रविवार को रेन बसेरे शुरू कर दिए हैं। वहीं खुले में सोने वालों को रैन बसेरों में जाने के लिए नगर निगम द्वारा जागरूक किया जाएगा। रैन बसेरों में सर्दी से बचाव के लिए रजाई गद्दे व अलाव के इंतजाम के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेश के साथ ही कोटा में भी रात का तापमान लगातार कम हो रहा है। जिससे यहां सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है। ऐसे में खुले में सोकर फुटपाथ पर रात गुजारने वालों को अब इससे राहत मिलेगी। नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर कोटा में 4 स्थाई रैन बसेरे संचालित किए जा रहे हैं। जिनमें नयापुरा बस स्टैंड, एमबीएस अस्पताल, महिलाओं के लिए जेके लोन अस्पताल परिसर व भीमगंज मंडी सेक्टर 7 के रैन बसेरे शामिल हैं। जहां में सभी सुवुधिाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ-साथ 2 अस्थाई रैन बसेरे भी शुरू कर दिए हैं। जिनमें से एक हिंदू धर्मशाला व दूसरा सूरजपोल सेक्टर आॅफिस में संचालित किया गया हैं। वहीं इस सप्ताह में कोटडी , कुन्हाड़ी व महात्मा गांधी कॉलोनी स्टेशन क्षेत्र में भी रैन बसेरा शुरू किए जाएंगे । जहां रजाई गद्दे, पेयजल व अलाव की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही भोजन भी इंदिरा रसोई के माध्यम से निशुल्क कराया जाएगा। मालावत ने बताया कि सर्दी का प्रकोप बढ़ते ही आवश्यकतानुसार कोटा में रैन बसेरों की तादाद में बढ़ोतरी की जाएगी । इसके साथ ही निगम द्वारा फुटपाथ व खुले में नीचे सोकर सर्द रात गुजार ने वालों को राहत प्रदान करने के लिए रैन बसेरों का प्रचार-प्रसार भी आॅटो के माध्यम से किया जाएगा। जिससे फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरे की सुविधा और सर्दी से राहत मिल सके। इधर स्वायत्त शासन मंंत्री शांति धारीवाल ने निर्देश दिए हैं कि आवश्यकता अनुसार सर्दी के प्रकोप को देखते हुए रैन बसेरों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए।
नवज्योति ने उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि सर्दी में खुले में सोने वालों की पीड़ा के मुद्दे को दैनिक नवज्योति ने उठाया था। समाचार पत्र में 27 नवम्बर के अंक में पेज दो पर ‘ खुला आसमान, हम हैं परेशान, बता जिंदगी किस ओर है जाना’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें शहर में जगह-जगह रात को फुटपाथ व सड़क किनारे सोने वालों की पीड़ा को उजागर किया गया था। वहीं सर्दी शुरू होने के बाद भी निगम द्वारा अभी तक अस्थायी रैन बसेरे शुरू नहीं करने का मुद्दा भी उठाया था। समाचार प्रकाशित होते ही मंत्री धारीवाल ने निगम अधिकारियों को रैन बसेरे शुरू करने के निर्देश दिए। जिसके बाद निगम अधिकारी हरकत में आए और रविवार को ही रैन बसेरे शुरू कर दिए।
निगम ने ऑटो से कई लोगों को पहुंचाया रैन बसेरों में
सर्दी बढ़ने के साथ ही नगर निगम ने स्थायी व अस्थायी रैन बसेरे तो शुरू कर दिए। साथ ही रात को खुले में सोने वालों को भी समझाइश कर उन रैन बसेरों में पहुंचाने का काम भी रविवार रात से शुरू कर दिया। नगर निगम कोटा उत्तर क्षेत्र में निगम का कर्मचारी चेतन गौतम रात को ऑटो लेकर निकला। उसने सड़क किनारे जो भी लोग बैठे हुए थे और सोने की तैयारी कर रहे थे। उन लोगों को रैन बसेरों की जानकारी दी और ऑटो में बैठाकर उन्हें रैन बसेरों तक पहुंचाया।
नयापुरा क्षेत्र से कई लोगों को एमबीएस अस्पताल के रैन बसेरे में भेजा गया। जहां उनके रहने के लिए पलंग, बिस्तर की व्यवस्था तो की गई। साथ ही पीने के पानी के कैम्पर रखे गए और जन सुविधा के बारे में भी बताया। नगर निगम कोटा उत्तर के अतिरिक्त आयुक्त अशोक त्यागी ने बताया कि निगम क्षेत्र में जहां भी आवश्यकता होगी वहां जन सुविधा होने पर रैन बसेरे शुरू किए जा सकेंगे।
Comment List