बंदी सुरेश सिंह हत्याकाण्ड: इनामी बदमाश को पकड़ने के लिए जोधपुर पुलिस की पाली में रेड
पुलिस को तलाशी में मिले 44 लाख रुपए, 22 वाहन, 18 मोबाइल और अवैध हथियार
पुलिस ने उसके घर और माइन्स पर रेड देकर भारी मात्रा में हथियारों के साथ 44 लाख से ज्यादा रूपए, 22 वाहन, 18 मोबाइल, अवैध शराब के साथ सिम कार्ड आदि को जब्त कर लिया। जोधपुर और पाली पुलिस के तकरीबन 200 पुलिस कर्मियों ने एक साथ रेड दी।
जोधपुर। शहर के भाटी सर्किल पर पुलिस अभिरक्षा में बंदी सुरेश सिंह की हत्या के मामले में एक लाख के इनामी बदमाश अजयपाल सिंह उर्फ एपी की तलाश में पुलिस ने मंगलवार सुबह पाली जिले में दबिश दी। पाली पुलिस के कार्डिनेट से एक हिस्ट्रीशीटर के घर और माइन्स पर रेड दी गई। हिस्ट्रीशीटर तो पुलिस के हाथ लग गया मगर उसने अजय पालसिंह उर्फ एपी, अपराधी भरत सिंह, हिमांशु को भगा दिया। उन्हें भगाने में सहयोग किए जाने पर अब हिस्ट्रीशीटर जबर सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पुलिस ने उसके घर और माइन्स पर रेड देकर भारी मात्रा में हथियारों के साथ 44 लाख से ज्यादा रूपए, 22 वाहन, 18 मोबाइल, अवैध शराब के साथ सिम कार्ड आदि को जब्त कर लिया। जोधपुर और पाली पुलिस के तकरीबन 200 पुलिस कर्मियों ने एक साथ रेड दी।
डीसीपी पूर्व डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि सुरेश सिंह हत्याकाण्ड में वांछित इनामी बदमाशों की तलाश में पाली जिले के मणिहारी गांव और दूसरे संभावित स्थानों पर जोधपुर आयुक्तालय और पाली पुलिस के अलग-अलग दलों के करीब 200 पुलिस मुलाजमानों ने अलसुबह एक साथ दबिश दी। हिस्ट्रीशीटर जबर सिंह के निवास स्थान व परिसर से कुल 22 वाहन 18 मोबाइल फोन, अवैध हथियार, अवैध शराब व कई सिम कार्ड बरामद हुए है। जबर सिंह सुरेश सिंह हत्याकांड में जेल भी जा चुका है। डीसीपी ईस्ट डॉ. दुहन के अनुसार पाली पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला और उनके द्वारा गठित पुलिस टीमों का सराहनीय सहयोग रहा।
यह है मामलें
डीसीपी दुहन ने बताया कि 13 जनवरी 2019 को अधीक्षक केन्द्रीय कारागृह द्वारा दी गई थी। दंडित बंदी केलावा कलां करवड़ निवासी अजयपाल सिंह पुत्र जबर सिंह जोकि 25 दिसम्बर 2018 को 20 दिन के पैरोल पर गया था, बाद पैरोल उपस्थित नहीं हुआ। जिस पर उसकी फरारी का केस दर्ज किया गया था। उसे 7 नवंबर 2015 को हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया था। अजयपाल सिंह द्वारा फरारी के समय जिला सिरोही निवासी एक युवती से शादी की तथा आहोर जिला जालोर में अपने भाई यशपाल उर्फ रिछपाल उर्फ सेठी व अन्य के साथ मिलकर महेन्द्र खां की हत्या की थी।
डीसीपी पूर्व डॉ. दुहन ने बताया कि 18 दिसम्बर 2021 को एएसआई देवाराम मय जाब्ता के साथ केन्द्रीय कारागृह जोधपुर से बंदी सुरेश सिंह निवासी दर्री गुढ़ाएदला व अन्य कैदी के साथ जिला पाली में पेशी करवाने के बाद वक्त करीब सवा चार बजे भाटी चौराहा पहुंचे व सरकारी वाहन का इन्तजार करने के समय अज्ञात मुल्जिमानों द्वारा बंदी सुरेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इस प्रकरण में मुल्जिम जब्बर सिंह पुत्र जयसिंह निवासी मणिहारी गुढाएन्दला पाली व विक्रम सिंह पुत्र सोदान सिंह निवासी खुनखुना नागौर व घटना के मुख्य सूत्रधार प्रवीण सिंह पुत्र जब्बर सिंह निवासी मणिहारी गुढ़ाएन्दला पाली को 30 जनवरी 20213 को गिरफ्तार किया और न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया और अन्य मुल्जिमान की पहचान व तलाश जारी रखी गई।
जबर सिंह की माइन्स पर पहुंची पुलिस
जबर सिंह की माइंस पर दबिश देने पर उसी ने पुलिस का सामना किया और वहां रुके हुए तीनों बदमाशों को भगा दिया। दो टीमों ने उनका पीछा किया लेकिन वो अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए।
माइन्स पर मिले वाहन माइनिंग विभाग को सुपुर्द
पुलिस ने कई वाहन, डम्पर, हिताची, ट्रैक्टर ट्राली, मोबाइल फोन मिले, जिन्हें डीटीओ पाली, रोहिट और माइनिंग विभाग को सुपुर्द किया गया।
अतिक्रमित भवन की तलाशी
इसके मनिहारी गाँव में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों पर तलाशी के समय 21.5 लाख रूपये, अवैध हथियार, अवैध शराब और कई वाहन मिले जिनमें डम्पर, ट्रैक्टर ट्रॉली, 18 मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड आदि मिले जिन्हें थानाधिकारी गुडा ऐंदला को कार्रवाई के लिए सुपुर्द किये गए।
जबरसिंह के भाई के ठिकानों पर भी रेड
पाली शहर में एक अन्य जोधपुर पूर्व टीम ने जबर सिंह और इसके भाई भंवर सिंह के ठिकानों पर दबिश दी। हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर के भाई भंवर सिंह के घर से 22.5 लाख रूपये बरामद किए गए। कुल 200 पुलिस बल साथ मनिहारी में 2 मकान, 1 बाड़ा, दयालपुरा मे माइंस पर मनिहारी में फार्म पर गुड़ा प्रताप सिंह गांव में फार्म पर रेड दी गई। साथ ही पाली मे मानपुरा फार्म पर सिटी में राठौड़ फाइनेन्स ऑफिस पर दबिश दी गई।
69 मामलों में फैसला हुआ, 8 मामलें चल रहे ट्रायल पर
पुलिस हिरासत में लिए गए हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ अनगिनत केस सामने आए है। 69 मामलों में फैसला हो चुका है जिसमें ज्यादा केस में वह बरी हो रखा है। साथ ही आठ मामलों में ट्रायल चल रहा है और एक केस में अनुसंधान चल रहा है। सभी मामलें पाली जिले के विभिन्न पुलिस थानों में ही सामने आ रखे है।
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