सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद की कहानी: नगरपालिका के स्कूल से पढ़े और फिर बने आईपीएस
अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की
जायसवाल के बाद सूद देश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी नियुक्ति कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख डीके शिवकुमार द्वारा उन पर लगाए गए हालिया आरोपों के तुरंत बाद की गई।
कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को सीबीआई का नया निदेशक नियुक्त किया गया। सूद सीबीआई निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है। वह दो साल के लिए सीबीआई डॉयरेक्टर के पद पर बने रहेंगे।
जन्म और शिक्षा : प्रवीण सूद का जन्म 22 मई 1964 कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में हुआ था। प्रवीण की स्कूलिंग दिल्ली में हुई, जहां उन्होंने नगरपालिका स्कूल में छात्रवृत्ति पर स्कूली शिक्षा पूरी की। उनके पिता ओम प्रकाश सूद दिल्ली सरकार में क्लर्क थे। उनकी मां कमलेश सूद एक शिक्षिका थीं। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आईआईटी दिल्ली) में दाखिला लिया, जहां उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
1986 बैच के आईपीएस अधिकारी, सूद आईआईटी - दिल्ली, आईआईएम - बैंगलोर और न्यूयॉर्क में सिरैक्यूज विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। 1989 में मैसूर से सहायक पुलिस अधीक्षक के रुप में करिअर की शुरूआत की थी। 2004 से 2007 तक मैसूर में पुलिस कमिश्नर भी रहे। प्रवीन सूद को 1996 में पुलिस में सेवा के लिए मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक भी मिला। सूद फरवरी 2020 से कर्नाटक डीजीपी के पद पर तैनात हैं। इनकी एक बेटी की शादी क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से हुई है।
निदेशक बनाना महत्वपूर्ण
जायसवाल के बाद सूद देश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी नियुक्ति कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख डीके शिवकुमार द्वारा उन पर लगाए गए हालिया आरोपों के तुरंत बाद की गई। इससे पहले, मार्च में पीएम नरेंद्र मोदी के शहर के दौरे से ठीक पहले मांड्या में मेहराब बनाने के दौरान विवाद खड़ा हो गया था।
-आदर्श
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