आरबीआई की मौद्रिक नीति की बैठक, जानिए आज से आर्थिक नीतियों में क्या होगा बदलाव
रेपो दर 6.50 प्रतिशत पर यथावत
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने आज नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने का निर्णय लिया, जिससे आम लोगों के घर, कार और अन्य प्रकार के ऋणों की किस्तों में बढोतरी नहीं होगी।
मुंबई। अलनीनो के प्रभाव से मानूसन के प्रभावित होने के जोखिम पर नजर लगाते हुये महंगाई को लक्षित दायरे में रखने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने आज नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने का निर्णय लिया, जिससे आम लोगों के घर, कार और अन्य प्रकार के ऋणों की किस्तों में बढोतरी नहीं होगी।
समिति ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखने का निर्णय लिया है। चालू वित्त वर्ष में समिति की पहली तीन दिवसीय बैठक के बाद आज जारी बयान में यह घोषणा की गयी है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह घोषणा करते हुये कहा कि पिछले वर्ष मई से अब तक रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की बढोतरी की जा चुकी है। फिलहाल इसमें कोई बढोतरी नहीं की जा रही है लेकिन नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने के बीच समिति ने समयोजन वाले रूख से पीछे हटने का निर्णय लिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक में लिए गये निर्णयों की मुख्य बातें इस प्रकार है:
1. रेपो दर 6.50 प्रतिशत पर यथावत
2. स्टैंडर्ड जमा सुविधा दर (एसडीएफआर) 6.25 प्रतिशत पर स्थिर
3. मार्जिनल स्टैंडिेंग सुविधा दर (एमएसएफआर) 6.75 प्रतिशत पर यथावत
4. बैंक दर 6.75 प्रतिशत स्थिर
5. फिक्स्ड रिजर्व रेपो दर 3.35 प्रतिशत बरकरार
6. नकद आरक्षित अनुपात 4.50 प्रतिशत पर
7. वैधानिक तरलता अनुपात 18 प्रतिशत पर यथावत
8. चालू वित्त वर्ष में विकास अनुमान बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया
9. पहली तिमाही में जीडीपी 8 प्रतिशत रह सकता है
10. दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6.0 प्रतिशत और चौथी तिमाही में यह 5.7 प्रतिशत रह सकती
11. मार्च 2023 में समाप्त वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर 7.2 प्रतिशत रही
12. चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान
13. पहली तिमाही में खुदरा महंगाई 4.6 प्रतिशत पर
14. दूसरी तिमाही में खुदरा महंगाई 5.2 प्रतिशत पर
15. तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई 5.4 प्रतिशत पर
16. चौथी तिमाही में खुदरा महंगाई 5.2 प्रतिशत रह सकती
17. मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 8 से 10 अगस्त 2023 को होगी
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक पूरा ध्यान महंगाई को चार प्रतिशत के लक्षित दायरे में लाने का है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत रह सकती है। पहली तिमाही में यह 4.6 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 5.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 5.4 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
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