16 साल से मूलभूत सुविधाओं की राह तक रहे वार्ड वासी
खाली भूखंडों में भरा रहता है क्षतिग्रस्त व असमतल नालियों का गंदा पानी
ना तो आज तक नई टंकी बनी और ना ही समस्या का कोई समाधान हुआ।
रावतभाटा। रावतभाटा शहर की नगर पालिका के वार्ड नंबर 40 द्वारा 2005 में आवंटित बालाजी नगर, गणेश नगर कॉलोनी अपनी दुर्दशा का शिकार हो रही है। जानकारी के अनुसार नगर पालिका रावतभाटा द्वारा 2005 में नगर पालिकाध्यक्ष लीला शर्मा की अगुवाई में गणेश नगर, बालाजी नगर आवासीय कॉलोनी काटी गई थी। कॉलोनी काटे 16 साल बीत गए, लेकिन मूलभूत सुविधाओं पानी और सड़क का अभाव बना हुआ है। 2005 में आबादी केवल 200 लोगों की थी। तब पानी की टंकी बनाई गई। लेकिन आज 850 परिवारों के साथ लगभग 3000 लोग निवास करते हैं। कई बार शिकायत देने पर भी प्रशासनिक स्तर पर केवल नई टंकी बनाकर देने का आश्वासन दिया गया। ना तो आज तक नई टंकी बनी और ना ही समस्या का कोई समाधान हुआ।
अंतिम छोर तक तो पानी की लाइन तक नहीं बिछी
वार्ड वासियों ने बताया कि कॉलोनी में मूल समस्या पानी की आपूर्ति की कमी जस की तस बनी हुई है। सर्दी में तो पानी मिलता है, लेकिन गर्मी के दिनों में पानी की इतनी समस्या हो जाती है कि लोगों को पानी के टैंकर लगवाने पड़ते हैं। नगर पालिका प्रशासन द्वारा विकास के नाम पर शुल्क तो लिया जाता है। लेकिन आज तक विकास हुआ ही नहीं। सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि कॉलोनी के अंतिम छोर तक तो पानी की लाइन ही नहीं बिछी हुई है।
विकास के नाम पर जमा कराया शुल्क
नगर पालिका प्रशासन द्वारा आवासीय कॉलोनी में निवास करने वाले वार्ड वासियों से विकास के नाम पर लगभग 35000 की शुल्क राशि जमा करवाई गई। लेकिन अभी तक मूल सुविधाएं जिसमें पानी और सड़क, टूटी नालियां, खाली भूखंडों में भरा पानी लोगों के लिए समस्या बना हुआ है। शहर का सबसे प्रतिष्ठित क्षेत्र होने के बावजूद वार्ड वासी निरंतर 16 सालों से समस्याओं का दंश झेलने को मजबूर हैं।
यह कॉलोनी मेरे नगर पालिका अध्यक्ष रहते काटी गई थी। परंतु आज भी पानी की समस्या जैसे पहले थी वही बरकरार है। पहले आबादी कम थी। लेकिन आज 16 साल बाद आबादी काफी बढ़ चुकी है और पानी की टंकी वही पुरानी वाली है। नई टंकी बनने का केवल आश्वासन ही मिलता है।
नगर पालिका प्रशासन हम सभी लोगों से विकास के नाम पर शुल्क तो लेता है, लेकिन विकास कहां हुआ यह नजर नहीं आता। सड़क और पानी दोनों ही मूल सुविधाओं से हम रिटायर्ड कर्मचारी वंचित हैं।
- राजवर्धन श्रोत्रिय, रिटायर्ड कर्मचारी
हमारे आसपास के क्षेत्र में केवल 24 घंटे में मात्र आधा घंटा ही पानी आता है। उसमें भी पानी रुक-रुक कर और धीरे-धीरे आता है। जिससे हमें पानी के टैंकरों की मदद से ही अपना काम चलाना पड़ रहा है।
- चेतन सिंह सांखला, पैथोलॉजी लैब ओनर
गर्मी के मौसम में पानी केवल आधा घंटा ही आता है। यही हाल सड़कों का भी है। वर्षों पूर्व बनी सड़क को आज तक नहीं सुधारा गया है। नालियां भी लगभग टूटी हुई हैं। नालियां एक समान नहीं होने से खाली पड़े भूखंडों में निरंतर पानी भरा रहता है।
- प्रभुलाल मेहरा, वार्ड वासी
पानी की समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक तौर पर दो बार पानी की टंकी को भरवाया जाएगा और सरकार को नई टंकी के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।
- कमलेश कुमार कुलदीप, कार्यवाहक ईओ नगर पालिका रावतभाटा
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