खेल संकुल बना, संचालन किसके पास पता नहीं

न्यास ने 19 करोड़ की लागत से बनाया इनडोर स्टेडियम का नहीं हो रहा उपयोग

खेल संकुल बना, संचालन किसके पास पता नहीं

स्टेडियम तैयार होने के बाद भी संचालन की व्यवस्था नहीं होने से इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है।

कोटा। नगर विकास न्यास की ओर से खेलों को बढ़ावा देने  व खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से खेल संकुल व इनडोर स्टेडियम तो बना दिया। लेकिन उसका संचालन कौन करेगा अभी तक यह तय नहीं होने से उसका उपयोग ही नहीं हो रहा है।  नयापुरा स्थित जे.के. पेवेलियन में सीबी गार्डन के सामने की तरफ खेल संकुल बनाया गया है। जिसमें अंतर राष्ट्रीय स्तर के तीन बड़े-बड़े हॉल बनाए गए हैं। इन हॉल में इनडोर खेलों के मैच खेले जा सकेंगे। 50 गुणा 50 और 60 गुणा 50 वर्ग मीटर के इन हॉल में प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के ही नहीं अंत राष्ट्रीय स्तर तक के मैच खेले जाने की सुविधा की गई है। इन हॉल में दर्शक दीर्घा भी बनाई गई है। इनकी ऊंचाई और निर्माण क्वालिटी भी उच्च स्तर की है। 

गेस्ट हाउस भी तैयार
स्टेडियम के साथ ही उसके पास में गेस्ट हाउस भी बनाया गया है। इसमें कमरे भी होटल की तरह के बनाए गए हैं। इस गेस्ट हाउस में राष्ट्रीय व अंतर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी और कोचों के रहने की सुविधा की गई है। लेकिन इस खेल संकुल के संचालन की व्यवस्था नहीं होने से इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। 

19 करोड़ की लागत से निर्माण
नगर विकास न्यास की ओर से खेल संकुल में स्टेडियम का निर्माण करीब 19 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। यह स्टेडियम करीब दो साल में बनकर तैयार हुआ है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले इसका उद्घाटन भी कर दिया गया। जिससे इसका उपयोग हो सके। लेकिन उद्घाटन के 4 माह बाद भी अभी तक इसका उपयोग नहीं हुआ है। जिससे खिलाड़ियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि स्टेडियम के संचालन की जिम्मेदारी किसी भी संस्था को दी जाए। जिससे वे इस स्टेडियम में प्रेक्टिस कर सके। स्टेडियम तैयार होने के बाद भी संचालन की व्यवस्था नहीं होने से इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। 

कौन करेगा संचालन अभी तक तय नहीं
खेल संकुल का निर्माण करने वाले संवेदक सुनील गर्ग का कहना है कि करोड़ों रुपए की लागत से न्यास ने खेल संकुल व स्टेडियम तैयार तो करवा दिया। लेकिन अभी तक है किसी को भी हैंडओवर नहीं हुआ है। इसका कारण इसके संचालन के बारे में कोई तय नहीं है। इसका संचालन नगर विकास न्यास करेगा या क्रीड़ा परिषद या फिर पीपीपी मोड पर इसका संचालन होगा। यही कारण है कि स्टेडियम तैयार होने के बाद भी इसका उपयोग नहीं हो सका है। इस सबंध में न्यास के अधीशाषी अभियंता सुमित चितौड़ा ने बताया कि स्टेडियम में कुछ काम फिलहाल यह यूआईटी के पास ही है इसके संचालन के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।

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सड़क के बीच पेड़ों से टकराई कार
महावीर नगर थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात को सड़क के बीच आ रहे दो पेड़ों से एक कार टकरा गई। जिससे कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि श्रीनाथपुरम् अग्निशमन केन्द्र के पास सड़क के बीच में दो पेड़ आ रहे हैं। जिनसे आए दिन वाहन टकरा रहे हैं। शनिवार रात को भी एक कार इन पेड़ों से टकरा गई। इधर रविवार को सुबह की सैर पर आने वाले लोगों ने नगर विकास न्यास से इन पेड़ों को कटवाने की मांग की है। 

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