Wholesale Inflation अप्रैल में बढ़कर 1.26 प्रतिशत
पिछले महीने थोक मुद्रास्फीति 0.53 प्रतिशत थी
अनाज और सब्जियों की कीमतों के दबाव में देश में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल 2024 में बढ़कर 1.26 प्रतिशत हो गयी।
नई दिल्ली। अनाज और सब्जियों की कीमतों के दबाव में देश में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल 2024 में बढ़कर 1.26 प्रतिशत हो गयी। इससे पिछले महीने थोक मुद्रास्फीति 0.53 प्रतिशत थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति इस वर्ष मार्च के 4.65 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर अप्रैल में 5.52 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि अप्रैल, 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं, बिजली, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों के निर्माण, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।
इससे पहले सोमवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति इस साल अप्रैल में कम होकर 4.83 प्रतिशत पर आ गयी जो इसका 11 माह का न्यूनतम स्तर है।
थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों से पता चलता है कि दाल, सब्जियां, प्याज और आलू जैसी कई रसोई और खाद्य वस्तुओं के मामले में मुद्रास्फीति बढ़ी है। इस साल अप्रैल में प्याज का थोक भाव एक साल पहले की तुलना में 59 प्रतिशत ऊंचा था, जबकि आलू 71.97 प्रतिशत महंगा था।
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