इंडिया गठबंधन में खड़ी हुई कई चुनौतियां, राहुल गांधी को लेकर हो रहे सवाल
राहुल गांधी चर्चा के केंद्र में आ गए
महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन में ही राहुल गांधी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं और इंडिया गठबंधन के सामने भी कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन की अगुवाई कौन करेगा, इस सवाल का जवाब लोकसभा चुनाव के पहले नहीं मिला, लेकिन नतीजों के बाद इसका आधा जवाब मिला। जवाब भी आधा ऐसा जिसे खुलकर कोई नहीं बोल रहा था, लेकिन राहुल गांधी चर्चा के केंद्र में आ गए। हालांकि जैसे मौसम बदलता है, ठीक वैसा ही कुछ राहुल गांधी के साथ दिखाई पड़ रहा है। हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन में ही राहुल गांधी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं और इंडिया गठबंधन के सामने भी कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
शीतकालीन सत्र में राहुल गांधी से असंतोष बढ़ा
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद मॉनसून सत्र में जहां पूरा विपक्ष एकजुट दिखाई दे रहा था, वहीं शीतकालीन सत्र आते मानो विपक्षी एकता की गर्माहट गायब हो गई। पहले हरियाणा और फिर महाराष्ट्र में हार के बाद कांग्रेस पर सबसे बड़ा हमला टीएमसी की ओर से किया जाता है। टीएमसी की ओर से कहा गया कि अब वक्त आ गया कि ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन की अगुवाई करनी चाहिए। इतना ही नहीं अडानी मुद्दे पर जहां कांग्रेस ने मोर्चा खोला, तो वहीं टीएमसी पीछे हटते हुए दिखी। कांग्रेस को टीएमसी का बिल्कुल भी साथ नहीं मिला। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में इंडिया गठबंधन के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया और मौका मिलने पर इसकी कमान संभालने के अपने इरादे का संकेत भी दिया।
अडाणी मुद्दे पर सपा भी साथ नहीं रही
अडानी मुद्दे को जहां कांग्रेस की ओर से उठाया जा रहा है। वहीं समाजवादी पार्टी खुलकर इस मुद्दे पर उसके साथ खड़ी नहीं दिख रही है। कांग्रेस सांसदों के विरोध प्रदर्शन में भी सपा के सांसद नजर नहीं आए। यूपी उपचुनाव में ही दोनों के बीच दूरी देखने को मिली, भले ही खुलकर किसी भी दल की ओर से कुछ नहीं बोला गया। वहीं अब संभल मुद्दे पर सपा को कांग्रेस का स्टैंड बिल्कुल भी रास नहीं आया।
राहुल के सम्भल जाने से भी साथी दल में असंतोष
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संभल जाने की कोशिश सपा को रास नहीं आई। सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि कांग्रेस संसद में संभल मुद्दे को उठा नहीं रही और राहुल गांधी संभल जा रहे हैं। टीएमसी और सपा के साथ ही इंडिया गठबंधन के कुछ और साथी भी कांग्रेस का बिना नाम लिए सवाल उठा रहे हैं। टीएमसी सवाल खड़े कर रही है, तो वहीं अरविंद केजरीवाल भी पुरानी राह पर वापस आते हुए दिखाई दे रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा हुई, लेकिन गठबंधन नहीं हुआ। जब नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए, तो कांग्रेस पर सवाल उठे। कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के दूसरे दलों ने नसीहत दी कि यदि साथी दलों को मिलाकर लड़े होते, तो नतीजे कुछ बेहतर होते।
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