इन्द्राणी गार्डन हो रहा दुर्दशा का शिकार, सो रहे है जिम्मेदार
फव्वारां बंद पड़ा, दीवार भी हुई क्षतिग्रस्त
ओपन जिम की मशीनें और झूले भी टूटे।
इन्द्रगढ़। इन्द्रगढ़ कस्बे में इन्द्राणी नदी के किनारे बनाया गया इन्द्राणी उद्यान इन दिनों दुर्दशा का शिकार हो रहा है। जिस पर जिम्मेदार अधिकारियों का कोई ध्यान नही है। कस्बे में इन्द्राणी नदी के किनारे आज से तीन चार वर्ष पहले इन्द्राणी उद्यान बनवाया गया था जिसका उद्देश्य शहर के लोगों के लिए घुमने की एक अच्छी जगह उपलब्ध करवाना था। पालिका प्रशासन ने इन्द्राणी नदी का बहाव क्षैत्र रोककर लाखों की लागत से इस उद्यान का निर्माण करवाया तथा यहां बच्चों के खेलने के लिए झूले व फि सलपट्टी के साथ ही व्यायाम करने के लिए आॅपर जिम भी लगवाया। परंतु उद्यान कुछ समय पश्चात ही देखरेख के अभाव में उजाड़ हो गया। वर्तमान में उद्यान में लगा फ व्वारा पूरी तरह से टूट कर एक तरफ पडा हुआ है। ओपन जिम की व्यायाम की मशीने व झूले भी टूट चुके है। उद्यान में जगह-जगह मवेशी चरते दिखाई देते है जिस कारण यहां लगी घास भी खत्म हो चुकी है और उद्यान केवल रेत का घर दिखाई देता है। उद्यान में लोगों के बैठने के लिए पालिका द्वारा बैंचे लगाई गई थी। वर्तमान में वो सभी बैंचे गायब हो चुकी है। यहां तक की उक्त उद्यान में रात के समय प्रकाश की भी पर्याप्त व्यवस्था नही है। यहां नाम मात्र की दो लाईटे लगी हुई है जो भी अधिकतर समय बंद पड़ी रहती है। जिस कारण रात में उद्यान में अंधेरा पसरा रहता है जिस कारण शाम के समय यहां घुमने आने वालों ने घूमने आना भी बंद कर दिया है।
देखरेख के अभाव में हो रही दुर्दशा
नगर पालिका ने उद्यान बनाकर इति श्री कर ली और उसमें लगी व्यायाम की मशीनों की जिम्मेदारी लेना उचित नही समझा जिसके कारण असामाजिक तत्वों के द्वारा उक्त उद्यान में लगी समस्त बेंचे व व्यायाम की मशीनें भी तोड दी गई है व इनके लोहे के पाइप आदि गायब हो चुके है और पालिका की इसी लापरवाही के चलते उक्त पार्क में लगे बच्चों के झूले भी टूट चुके है।
दीवार भी हो रही क्षतिग्रस्त
उद्यान को बने अभी ज्यादा समय नही हुआ हैैै। मुश्किल से तीन या चार साल हुए है जिसमें ही उद्यान की चारदीवारी क्षतिग्रस्त हो गई है जिससे पालिका द्वारा उद्यान बनवाने में लगाये गये लाखों रूपएं के कार्यों पर भी संदेह होता है। उद्यान की रोड की साईड की मुख्य दिवार अभी से ही अंदर की ओर से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
शहरवासियों ने किया किनारा
शुरू में जब उद्यान का निर्माण हुआ था तो यहां पर लोगों की भारी भीड़ रहती थी तथा शहरवासियों के घुमने के लिए एक अच्छा स्थान बनने से शहरवासियों में खुशी की लहर थी। परंतु समय बीत जाने के बाद पालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते उद्यान में अव्यवस्थाओं का बोलबाला होने लगा तो शहरवासियों ने उद्यान में घुमने आना बंद कर दिया। अब यहां दिनभर में इक्का दुक्का लोग ही नजर आते है। और इसी सन्नाटे का लाभ असामाजिक तत्व उठा रहे है। सन्नाटे व घने अंधेरे के चलते असामाजिक तत्वों को गलत कार्य करने के लिए उद्यान की यह जगह स्वर्ग से कम नही लगती और वे लोग यहां शराब व अन्य नशा करते देखे जा सकते है।
उद्यान में चर रहे है मवेशी व धोई जा रही गाडियां
पालिका की बदइंतजामी व लापरवाही का आलम ये है कि लाखों रुपए की लागत से बनाए गए इस उद्यान में वर्तमान में न के बराबर घास दिखाई देती है क्योंकि उद्यान का दरवाजा खुला होने के कारण मवेशी अंदर चरते नजर आते है। साथ ही उद्यान में लगी ट्यूबवेल को स्थानीय लोग अपनी गाडियां धोने के काम मे लेते है। ट्यूबवेल खुली होने के कारण सब अपनी मनमर्जी के हिसाब से उसकी मोटर चालू कर गाडियां धोने के काम मे लेते नजर आते है।
टूटा पड़ा है शहर का पहला व एकमात्र फ व्वारा
उद्यान में पालिका द्वारा इन्द्रगढ़ शहर का पहला व एकमात्र फ व्वारा भी लगवाया गया था जो भी ज्यादा समय तक नही चल पाया और कुछ दिनो में ही टूट फू टकर बराबर हो गया। अब हालात ये है कि फ व्वारें के लिए बनाए गऐ गोल सर्किल की भी सारी टाईले उखड चुकी है तथा वो जगह जगह से टूट गया है। ज्ञात हो यह इन्द्रगढ़ का पहला व एकमात्र फ व्वारा था इससे पहले व बाद में इन्द्रगढ़ में कभी किसी चौराहे पर या पार्क में कोई फ व्वारा नही लगा है।
शहरवासी क्या बोले
इन्द्राणी उद्यान के वर्तमान हालात का जायजा लिया है । जल्द ही यहां कुछ ओर लाईटों की व्यवस्था करवा दी जाएगी। साथ ही पार्क की देखरेख की जिम्मेदारी के लिए भी कुछ कदम उठाए जाएगे। गाड़ियां धोने व मवेशी के चरने की बाते कई बार सामने आ चुकी है परंतु इसके लिए नागरिकों को भी अपना दायित्व समझना पड़ेगा।
- बाबूलाल बैरवा, नगर पालिका अध्यक्ष इन्द्रगढ़।
नगर पालिका द्वारा बनाये गया इन्द्राणी उद्यान शहर वासियों के लिए एक बहुत अच्छा स्थान था परंतु पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते उद्यान की दुर्दशा हो रही है जिस पर जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए व जल्दी ही इस व्यवस्था में सुधार लाना चाहिए।
- अंकिश तिवारी, शहरवासी।
इन्द्रगढ़ शहर में इससे पहले घुमने की कोई विशेष जगह नही थी। पार्क बनने से मन में प्रसन्नता हुई थी परंतु अब पार्क की सार संभाल नही होने से बच्चों के खेलने कुदने के झूले इत्यादि भी टूट गए है और रात के समय अंधेरा होने से पार्क में आना ही बंद कर दिया है। पार्क के चारों और पेड़ पौधे लगाए जाने चाहिए।
- मनीष दाधीच, शहरवासी।
इन्द्राणी उद्यान की दुर्दशा देख कर मन व्यथित होता है जिस उद्देश्य के लिए उद्यान का निर्माण करवाया गया था वो पूर्ण नही हुआ और देखरेख के अभाव में उद्यान में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होने लग गया है। समय रहते इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
- केशव शर्मा,शहरवासी इन्द्रग
इनका कहना है
उद्यान में लगे फ व्वारे को वापस व्यवस्थित रूप से लगवाया जाएगा और जो अव्यवस्थाए नजर में आई है उनको बहुत जल्द दूर किया जाकर पार्क को पुन: अच्छी स्थिति में कर दिया जाएगा। साथ ही क्षतिग्रस्त दीवार की भी मरम्मत करवा दी जाएगी। साथ ही झूलों व मशीनों को भी ठीक करवा दिया जाएगा।
- गजेन्द्र मीना, सहायक अभियंता नगर पालिका इन्द्रगढ़
Comment List