शिक्षा विभाग की गुहार: शहरी विद्यालयों में पौधारोपण के लिए जगह ही नहीं

सघन पौधारोपण अभियान : शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय पौधारोपण में आगे

शिक्षा विभाग की गुहार: शहरी विद्यालयों में पौधारोपण के लिए जगह ही नहीं

कोटा जिले में शिक्षा विभाग को अभियान के दौरान करीब 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है।

कोटा। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश भर में सघन पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें सभी विभागों को पौधारोपण के लिए अलग अलग लक्ष्य दिए गए हैं। अभियान के तहत कोटा जिला शिक्षा विभाग को 7 लाख से अधिक पौधे लगाने हैं। लेकिन शिक्षा विभाग के पौधारोपण अभियान की रफ्तार थोड़ी धीमी गति से चल रही है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार विद्यालयों में अभी सत्र की शुरूआत हुई है ऐसे में पौधारोपण के साथ प्रवेशोत्सव भी चल रहा है। जिससे दोनों अभियानों में पूर्ण रूप से मेनपावर नहीं लग पा रही है। साथ ही कई विद्यालयों में पौधारोपण के लिए पर्याप्त स्थान ही मौजूद नहीं है।

शहरी की तुलना में ग्रामीण में ज्यादा पौधारोपण
कोटा जिले में शिक्षा विभाग को अभियान के दौरान करीब 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। जिसमें करीब दो लाख पौधे कोटा शहरी ब्लॉक के विद्यालयों द्वारा लगाने हैं वहीं 4 लाख से ज्यादा पौधे ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों को लगाने हैं। इस अभियान में फिलहाल ग्रामीण इलाके के विद्यालय बाजी मारते नजर आ रहे हैं। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शहरी क्षेत्रों से ज्यादा पौधारोपण ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है। विभाग के अधिकारी इसकी वजह शहरी क्षेत्रों में जगह की कमी बता रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार शहर में कई ऐसे स्कूल मौजूद हैं। जिनके पास खुदकी इमारत नहीं है या पौधारोपण करने के लिए जमीन ही नहीं है। 

सबसे ज्यादा सुल्तानपुर ब्लॉक में पौधारोपण
कोटा जिले में अभी तक के आंकडों के अनुसार सबसे ज्यादा पौधारोपण सुल्तानपुर ब्लॉक में हुआ है। जहां लक्ष्य से करीब 23 फीसदी पौधे लगाए जा चुके हैं। वहीं सबसे कम कोटा शहर ब्लॉक में मात्र 6.5 फीसदी पौधे लग पाए हैं। विभाग के सूत्रों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पौधारोपण अधिक होने का सबसे प्रमुख कारण जमीन का होना है। जहां विद्यालय ग्राम पंचायतों जिला परिषद की जमीन और खेतों में पौधारोपण कर पा रहे हैं। लेकिन शहरी इलाकों में जमीन की कमी के चलते पौधारोपण का कार्य धीमा है।

यह है पौधारोपण की स्थिति (11 जुलाई तक)
ब्लॉक        लक्ष्य        पौधारोपण 
इटावा        1,13,965        13,151
खैराबाद    1,20,428        18,479
कोटा शहर    1,95,008        12,733
लाडपुरा        85,806        12,979
सांगोद        99,012        18038
सुल्तानपुर    86,406        20,010

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विद्यालयों में इमारतें तक नहीं कहां होगा पौधारोपण
कोटा शहर में कई विद्यालय ऐसे हैं जिनके पास अपनी खुद की इमारत नहीं है। दर्जनों विद्यालय दुसरे भवनों या एक कमरे की कक्षा में संचालित हो रहे हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग का पौधारोपण के लिए लक्ष्य देना विभाग की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े करता है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में नरेगा के कर्मचारियों के होने से गड्ढे खोदने और पौधे लगाने में सहायता हो जाती है। जो शहरी इलाकों में संभव नहीं है, ऐसे में विभाग की ओर से चलाया जा रहा अभियान कागजों में और हकीकत में कितना सफल होगा देखने वाली बात होगी।

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इनका कहना है
कोटा जिले में विभाग द्वारा पौधारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र में जमीन की समस्या सामने आ रही है क्योंकि शहरी इलाके वाले विद्यालयों में पौधारोपण के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है। इसके लिए जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है साथ ही वन विभाग, केडीए और निगम प्रशासन को भी जमीन उपलब्ध कराने के लिए कह दिया है।
- के के शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, कोटा

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