रोडवेज के पास केवल 2600 बसें हैं, जबकि 22000 बसें निजी परमिट से चल रही हैं : यूनुस खान
राज्य विधानसभा में उच्च शिक्षा और परिवहन विभाग की डिमांड पर चर्चा के दौरान विधायक यूनुस खान ने कहा कि राजस्थान में 3 लाख 9 हजार किलोमीटर सड़कों की लंबाई है, लेकिन रोडवेज की बसें रोजाना 3500 किलोमीटर ही चल पाती है।
जयपुर। राज्य विधानसभा में उच्च शिक्षा और परिवहन विभाग की डिमांड पर चर्चा के दौरान विधायक यूनुस खान ने कहा कि राजस्थान में 3 लाख 9 हजार किलोमीटर सड़कों की लंबाई है, लेकिन रोडवेज की बसें रोजाना 3500 किलोमीटर ही चल पाती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता को रोडवेज का कितना फायदा मिल रहा है। डीजल महंगा हो गया, रोडवेज की बस में घट गई, लेकिन रोडवेज का आय का स्रोत नया विकसित नहीं हो पाया, जब तक इसका राजस्व स्रोत विकसित नहीं हो पाएगा, तब तक इसे घाटे से उभर पाना मुश्किल है। रोडवेज के पास केवल 2600 बसे हैं, जबकि 22000 बसें निजी परमिट से चल रही है। इन्हीं हालातों के चलते लोक परिवहन बस सेवा शुरू की गई थी ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। राजस्थान से दो एक्सप्रेसवे हाई निकल रहे हैं, लेकिन इन एक्सप्रेस हाईवे पर एक भी सिंगल परमिट जारी नहीं किया गया, जबकि यह राजस्थान को पूरा पार करते हुए निकलते हैं। बजट में 500 नई बसें देने की बात कही गई है, लेकिन इतनी बसें तो 1 साल बाद कंडम हो जाएगी। ऐसे में रोडवेज का बेड़ा बढ़ना मुश्किल है। इसके लिए आपको निजी परमिट की ओर जाना ही पड़ेगा। आप ने सिरे से सर्वे करवाकर राजस्थान लोक परिवहन बस सेवा को फिर से जिंदा करने की जरूरत है। जयपुर शहर के चारों तरफ पहले भी बस स्टैंड की योजना तैयार की गई थी, क्योंकि सिंधी कैंप शहर के बीच में आ गया है, इसलिए इस समस्या का समाधान करने के लिए हर तरफ के स्टैंड को विकसित करना जरूरी है।
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