जर्जर व खाली पड़े खण्डहरों से दहशत, जिम्मेदार बेखबर
बरसात में खस्ताहाल भवन के गिरने से जनहानि का खतरा
कई भवन तो ऐसे है जो केवल छोटी मोटी दीवारों पर ही टिके हुए है।
इन्द्रगढ़। इन्द्रगढ़ शहर में कई मकान खण्डहर अवस्था में है जो तेज हवा व बारिश में कभी भी गिर सकते है। जिससे जान माल का नुकसान भी हो सकता है। इन्द्रगढ़ के वार्ड नं0 7 निवासी शुभम शर्मा ने बताया कि बाईसी पाडा वार्ड नं0 7 में कुछ पुराने खण्डहर है जो बिल्कुल जीर्ण शीर्ण अवस्था मे हो चुके है। जो कभी भी तेज आंधी और बरसात में भरभरा कर गिर सकते है। इन खण्डहरों की वजह से मोहल्ले के लोगो में बारिश के मौसम में भय का माहौल बना हुआ है। अभी कुछ दिन पूर्व ही एक खण्डहर मकान का छज्जा टूट कर गिर गया था। गली में किसी के मौजूद नही होने से जान माल का नुकसान नही हुआ। शर्मा ने बताया कि ये मकान काफी समय से खाली पड़े हुए है तथा अब बिल्कुल खंडहर हो चुके है। यहां तक की कुछ खंडहरों में तो पीपल के बड़े बड़े पेड़ भी उग आए है तेज आंधी में इन पेड़ों के गिरने का भी डर लगा रहता है। जिससे खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। सारे मोहल्लेवासी तेज आंधी व बारिश होते ही भयभीत हो जाते है। शुभम शर्मा ने नगर पालिका अध्यक्ष से इन खण्डहर मालिकों को नोटिस देने की बात कही है। वार्ड नं0 07 के बाशिंदे लगभग 1 वर्ष पूर्व भी नगर पालिका इन्द्रगढ़ को पत्र के माध्यम से उक्त जर्जर भवन के बारे में अवगत करवा चुके है परंतु पालिका प्रशासन द्वारा एक वर्ष बाद भी उक्त मामले में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की गई है। गौरतलब है कि वार्ड नं0 7 ही नही बल्कि इन्द्रगढ़ शहर में इस तरह के कई खण्डहर है जो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है तथा तेज बारिश व आंधी के चलते कभी भी ढह सकते है तथा उनके ढह जाने से कभी भी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है व जान माल का नुकसान भी हो सकता है। पालिका प्रशासन को इन जर्जर भवनों के मालिकों को जल्द से जल्द नोटिस देकर इनका निस्तारण करवाया जाना चाहिए। इन्द्रगढ़ में बहुत सारे है जर्जर भवन - इन्द्रगढ़ के वार्ड नं0 07 में ही नही पुराने शहर के हर गली मोहल्ले में कई जर्जर इमारतें है जो निरंतर हादसों को न्योता दे रही है। मुख्य बाजार में चन्द्र बिहारी जी के मंदिर के सामने ही एक जर्जर भवन है जो वर्षों से खाली पड़ा है तथा जो पुरी तरह से खंडहर हो चुका है तथा बारिश व तेज आंधी में कभी भी भरभरा कर गिर सकता है। इसके साथ ही कई पुरानी दुकाने जो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है इनके भी गिरने का खतरा बना रहता है। कई भवन तो ऐसे है जो केवल छोटी मोटी दीवारों पर ही टिके हुए है।
सक्षम भवन मालिकों को दिया जाना चाहिए मरम्मत का आदेश
शहर में कई ऐसे जर्जर भवन भी है जिनके मालिक यहां किसी अन्य मकान में रह रहे है और पुराना भवन जर्जर हो चुका है तो पालिका प्रशासन को ऐसे सक्षम मकान मालिकों को अपने पुराने जर्जर भवन की मरम्मत करवाने के लिए पाबंद किया जाना चाहिए जिससे समय रहते बडे हादसे को टाला जा सके। सभी भवनों को ढहाना न तो नगर पालिका के लिए संभव है और ना ही भवन मालिकों के लिए। इसलिए जो भवन कुछ मरम्मत से ठीक हो सकते है उनकी मरम्मत करवाई जानी चाहिए।कई सरकारी इमारते भी हो चुकी है खण्डहर - पुराने शहर में कई सरकारी इमारते भी खंडहर व जर्जर हो चुकी है। जिसमें मुख्य बाजार में स्थित बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन व छोटी सब्जी मंडी में स्थित पुराना धर्मशाला स्कूल। ये ऐसी इमारते है जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है और इनकी देखभाल भी नही हो पाती है। तीन मंजिला बालिका स्कुल का भवन तो इन्ही सुरक्षा कारणो से खाली करवा कर नए भवन में शिफ्ट किया गया था। अब ये इमारते खाली पडी है व शहर के मुख्य बाजार में स्थित होने से बडे हादसे का भय है।
हमारे मोहल्ले में एक दो मकान बिल्कुल खण्डहर हो चुके है तथा इन खण्डहरों की वजह से मोहल्लेवासी दहशत में है। पालिका प्रशासन को इन खण्डहरों के मालिकों को नोटिस देकर इनकी साफ सफाई करवाना चाहिए अन्यथा बारिश में गिरने के कगार वाली दीवारों को सुरक्षा के मध्येनजर पहले ही ढहा देना चाहिए।
- शुभम शर्मा निवासी वार्ड नं0 7 इन्द्रगढ़।
नगर पालिका द्वारा समय रहते जर्जर भवन मालिकों को नोटिस देकर उचित कार्यवाही अमल मे लानी चाहिए साथ ही सक्षम भवन मालिकों द्वारा खण्डहर भवनों की मरम्मत करवाने के लिए भी पाबंद किया जाना चाहिए। इन्द्रगढ शहर में ऐसे कई खण्डहर है जो कभी भी धराशाही हो सकते है।
- पंकज वैष्णव शहरवासी इन्द्रगढ़।
पुराने शहर में ऐसे भवनों की संख्या बहुत सारी है तथा इनमें से कई तो इतने जीर्ण शीर्ण हो चुके है कि चार वर्ष पूर्व जैसी खतरनाक बारिश आ जाए तो गिर भी सकते है। भविष्य में होने वाली दुर्घटना से बचने के लिए जल्द कार्यवाही की जानी आवश्यक है।
- गणेश गौत्तम, शहरवासी इन्द्रगढ़।
इन्द्रगढ़ शहर में जर्जर एवं क्षतिग्रस्त मकानों को चिह्नित किया जाकर बहुत जल्द इनके मालिकों को नोटिस भेजने की कार्यवाही प्रारंभ की जावेगी।
- गजेन्द्र मीना, सहायक अभियंता नगर पालिका इन्द्रगढ़।
एक वर्ष पूर्व दिए गए प्रार्थना पत्र की तो मुझे जानकारी नही है। परंतु अब ये मामला मेरे संज्ञान में आया है तो इन जर्जर भवनों को चिन्हित करने की कार्यवाही जल्द ही प्रारंभ करवा कर नोटिस जारी किए जाएगें।
- मनोज मालव, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका इन्द्रगढ़।
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