गुजरात: मानहानि मामले में सूरत कोर्ट में पेश हुए राहुल गांधी, मोदी सरनेम को लेकर की थी विवादित टिप्पणी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी आपराधिक मानहानि के एक मामले में गुरुवार को गुजरात के सूरत शहर की एक अदालत में पेश हुए। राहुल गांधी चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट ए एन दवे की कोर्ट में पेश हुए और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया।
सूरत। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी आपराधिक मानहानि के एक मामले में गुरुवार को गुजरात के सूरत शहर की एक अदालत में पेश हुए। राहुल गांधी चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट ए एन दवे की कोर्ट में पेश हुए और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि अस्तित्व का पूरा रहस्य ही भयमुक्तता है। राहुल गांधी कोर्ट में पेशी के बाद नई दिल्ली लौटने के लिए हवाई अड्डा रवाना हो गए। शिकायतकर्ता के वकील ने बताया कि कोर्ट ने राहुल गांधी से उनके 2019 के भाषण के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। कोर्ट ने 2 गवाहों को पेश करने की हमारी याचिका खारिज कर दी, जो सरकारी कर्मचारी हैं। इसलिए हमने हाईकोर्ट से संपर्क किया। अगर वह हमारी याचिका स्वीकार करता है, तो उन्हें फिर से आना होगा। 12 जुलाई को मामले में अगली सुनवाई होगी।
यह मामला सूरत के स्थानीय भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने दायर किया था। आरोप है कि 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी और भगोड़े व्यवसायी नीरव मोदी, आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए कहा था कि सभी मोदी चोर हैं। ऐसा कर उन्होंने मोदी समुदाय की भावना को आहत किया और मानहानि की थी। यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 499 और 500 के तहत दर्ज की गया था। राहुल गांधी पिछली बार 10 अक्टूबर 2019 को इस प्रकरण में अदालत में पेश हुए थे।
बता दें कि गुजरात में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि के कुल तीन मामले दर्ज हैं। इनमे से दो अहमदाबाद में हैं। उन मामलों में उन्हें व्यक्तिगत पेशी से छूट और जमानत मिली हुई है। इनमें भी वह 11 अक्टूबर 2019 को कोर्ट में पेश हुए थे। इनमे से एक मामला अहमदाबाद महानगरपालिका के भाजपा के पार्षद कृष्णवदन ब्रह्मभट्ट ने दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि राहुल गांधी ने भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह को जबलपुर में अपनी एक चुनावी रैली में हत्या का आरोपी बताया था। दूसरा मामला अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के तत्कालीन चेयरमैन ए पटेल ने नोटबंदी के दौरान इस बैंक में बड़े पैमाने पर पुराने नोट बदलने के बारे में राहुल गांधी के ट्वीट और बयान को लेकर दर्ज कराया था। तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस बैंक के तब निदेशक भी थे।
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