Bangladesh Crisis : खतरे में 1.20 लाख करोड़ का कारोबार
राजस्थान से करीब 24 हजार करोड़ के निर्यात पर छाए संकट के बादल
आईबीईएफ,ओआरजी पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, बांग्लादेश भारत का एक बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है और दूसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट पार्टनर है।
जयपुर। भारत और बांग्लादेश के मधुर संबंधों में राजनीतिक तख्ता पलट से आयात-निर्यात कारोबार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। आयात-निर्यात कारोबार ठप हो गया है। राजस्थान से मार्बल, ग्रेनाइट, स्पेयर पार्ट्स, मसालें, सरसों का तेल, अन्य खनिज उत्पादों के साथ ही भीलवाड़ा से कॉटन यार्न तथा बुना हुआ कपड़ा बड़ी मात्रा में बांग्लादेश को निर्यात होता है। जयपुर के बगरू और सांगानेर से छपा हुआ कपड़ा भी काफी मात्रा में बांग्लादेश जाता है। बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग में बड़ी संख्या में राजस्थानी कार्यरत हैं।
बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर
आईबीईएफ,ओआरजी पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, बांग्लादेश भारत का एक बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है और दूसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट पार्टनर है। वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच कुल ट्रेड 14.22 अरब डॉलर का रहा था।
बांग्लादेश को राजस्थान से निर्यात
- कॉटन यार्न 2000 करोड़
- रंगे और छपे हुए कपड़े 1200 करोड़
- मार्बल.ग्रेनाइट 500 करोड़
- अन्य खनिज उत्पाद 350 करोड़
- सांगानेर और बगरू से रंगा और छपा कपड़ा
- स्पेयर पार्ट्स, मसालें, ज्वैलरी, सरसों तेल
- निर्यात, कपास, पेट्रो उत्पाद, मार्बल, ज्वैलरी, ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स, यार्न और फैब्रिक, अनाज, फल और सब्जियां, चाय, कॉफी, मसाले और पशु चारा शामिल हैं।
आयात
- परिधान, कपड़ा, चमड़े के सामान, पशु चारा और मछली का प्रभुत्व है।
200 करोड़ का पेमेंट अटका
नए आर्डर रुक गए। सप्लायर भी माल नहीं भेजेगा। करीब दो सौ करोड़ का पेमेंट अटक गया है। राजस्थानी श्रमिक भी बांग्लादेश की टैक्सटाइल मिल में कार्यरत है। यह तनाव ज्यादा लम्बा चला तो भीलवाड़ा और जयपुर की टैक्सटाइल मिलों को फायदा होगा।
- नवनीत झालानी, एक्सपोर्टर, बगरू
अस्थाई असर की उम्मीद
राजस्थान से बांग्लादेश को निर्यात पर अस्थाई असर हो सकता है। निर्यात में स्थिरता नहीं है बल्कि उतार-चढ़ाव बना रहता है। राजस्थान से निर्यात के दो रूट है एक तो उत्पादक और निर्यातक सीधे करते हैं और दूसरे कोलकाता व असम में रहने वाले मारवाड़ी निकटवर्ती इलाकों में आवश्यकता अनुसार निर्यात करते हैं।
- कमल कंदोई, चेयरमैन, आरतिया
हालात 15 दिन में सामान्य होंगे
व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है, हालांकि पिछले 15 दिनों से व्यवधान देखने को मिल रहे थे। बांग्लादेश में आयातकों की प्रतिक्रिया आश्वस्त करने वाली है, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि एक या दो सप्ताह में स्थिति सामान्य हो जाएगी। जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं के निर्यात में कमी आ सकती है, जबकि व्यापार फिर से शुरू होने पर बाकी वस्तुओं में तेजी आएगी।
- अश्विनी कुमार, अध्यक्ष फियो
करोड़ों का एक्सपोर्ट अटकने का भय
राजस्थान से ऑटोमोबाइल, स्पेयर पार्ट्स, मार्बल और मसाले जाते है। यह संकट लम्बा चला तो करोड़ों का एक्सपोर्ट अटक जाएगा।
सुरेश अग्रवाल, अध्यक्ष, फोर्टी
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