लालच में आकर अपने खाते में नहीं करवाएं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन
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दो से चार हजार रुपए में किराए पर लेकर खाते में बड़ी रकम करवाते हैं ट्रांसफर
जयपुर। अगर आप सतर्क नहीं हैं तो आपका खाता कभी भी खाली हो सकता है। क्योंकि आपके खातों पर हर समय साइबर ठगों की निगाह लगी होती है। अत: यदि आपको कोई खातों से संबंधित प्रलोभन देता है, तो उसे हर्गिज स्वीकार नहीं करें। अन्यथा आपका खाता खाली होगा और फ्रीज भी हो जाएगा। अभी कई साइबर ठग बड़ी राशि का ट्रांजैक्शन कराने के लिए कुछ प्रतिशत हिस्सा देकर खातों को किराए पर ले रहे हैं। साइबर अपराधी के धोखाधड़ी करने और धोखाधड़ी की राशि को एनकैश करने के लिए भी लोगों को झांसे में ले रहे हैं। जिससे व्यक्ति के बैंक अकाउण्ट में आने वाले पैसे तो जालसाज ले ही जाते हैं। साथ ही अकाउण्ट में राशि फ्रीज हो जाती है या निकासी पर रोक लग जाती है।
वारदात का तरीका
कमिश्नरेट के हैड कांस्टेबल और साइबर एक्सपर्ट राकेश झाझड़िया ने बताया कि जालसाज धोखाधड़ी की राशि को एनकैश करने के लिए ई-मित्र, बैंक ई-कियोस्क या सामान्य दुकान या फिर आमजन को इमरजेंसी होने की कहकर उनके खाते में ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाता है। कई बार ठग उसके बदले कुछ कमीशन का लालच भी दे देता है। ठगों द्वारा धोखाधड़ी की राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर, आपसे नकद रुपए ले जाता है, उसके कुछ समय बाद आपका खाता फ्रीज हो जाता है।
ठग ऑनलाइन ट्रेडिंग (यूएसडीटी, क्रिप्टोकेरेन्सी) करने वाले लोगों को भी टारगेट करते हैं। इसमें ठग धोखाधड़ी की राशि से क्रिप्टोकेरेन्सी खरीद लेते हैं। क्योंकि आप ठगों से वर्चुअल बातचीत के जरिए ही फ्रॉडस्टर को अपना खाता उपलब्ध करा देते हैं और उसके द्वारा भेजे गए रुपयों के बदले में यूएसडीटी, क्रिप्टोकेरेन्सी उसको भेजी है। ठग आपसे धोखाधड़ी की राशि के बदले में ली गई यूएसडीटी, क्रिप्टोकेरेन्सी को विदेश में एनकैश करवा लेते हैं। इस प्रकार का क्राइम करने में चाइनीज गैंग की भूमिका संदिग्ध रहती है।
बचाव के लिए यह करें
साइबर एक्स्पर्ट राकेश झाझड़िया ने बताया कि ऑनलाइन राशि प्राप्त करते समय हर ट्रांजैक्शन का रिकॉड बनाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर पुलिस को आवश्यक साक्ष्य उपलब्ध करवाए जा सकें।
- ऑनलाइन बड़ी राशि प्राप्त करने पर भेजने वाले का पूरा रिकॉर्ड रखना चाहिए।
- कमीशन या मुनाफे के लालच में आकर किसी भी अनजान व्यक्ति को ऑनलाइन प्राप्त राशि को एनकेश नहीं करके देना चाहिए।
- ऑनलाइन ट्रेडिंग (यूएसडीटी, क्रिप्टोकरन्सी) करने के दौरान राशि प्राप्त करने वाले व्यक्ति से उसका पहचान पत्र एवं मोबाइल नम्बर अवश्य प्राप्त करने चाहिए तथा सभी ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड भी संधारित करना चाहिए और यदि संभव हो तो व्हॉट्सअप पर उस व्यक्ति की लाइव लोकेशन भी प्राप्त की जानी चाहिए।
फ्रीज अकाउंट के समय यह करें
- अपने बैंक में जाकर फ्रीज-लीन करने का कारण जानें तथा किस पुलिस स्टेशन, जिला राज्य से फ्रीज-लीन किया गया है उसकी शिकायत नंबर या एफआईआर नम्बर प्राप्त करें।
- जिस पुलिस स्टेशन से आपके खाते को फ्रीज-लीन किया गया है, वहां व्यक्तिगत या ईमेल या दूरभाष से संपर्क करके अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें तथा अपने संदिग्ध ट्रांजेक्शन के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करें। ध्यान रहें जिस पुलिस स्टेशन द्वारा आपका बैंक खाता फ्रीज-लीन किया गया है, वहीं पुलिस स्टेशन आपके खाते से फ्रीज-लीन हटा सकता है।
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