कवच से रेल सुरक्षा होगी मजबूत, अब देश में मिशन मोड पर होगा काम
ट्रेनों के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करता है
एटीपी प्रणाली आधुनिक रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो मानवीय त्रुटि के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है और ट्रेनों के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करता है।
जयपुर। रेल मंत्रालय के मानक निर्धारण संगठन आरडीएसओ ने 10 हजार इंजनों पर कवच 4.0 लगाने को मंजूरी दी है। साथ ही मंत्रालय ने कवच की सभी मौजूदा स्थापनाओं के लिए कवच 4.0 में अपग्रेडेशन को मंजूरी दी है। इसको सभी नई परियोजनाओं में लगाया जाएगा। कवच 4.0 को अंतिम रूप दिए जाने के साथ ही भारतीय रेलवे की विशाल विविधता (रेगिस्तान से पहाड़ों तक, जंगलों से तटों तक, शहरों से गांवों तक) को डिजाइन में शामिल किया गया है। इसके बाद कोटा और सवाई माधोपुर के बीच 108 कि.मी. लंबे खंड को दो महीने के भीतर 26 सितंबर तक स्थापित कर चालू कर दिया है। पिछले दिनों रेल मंत्री ने इसी खंड में कवच 4.0 का निरीक्षण भी किया था।
अब रेलवे पूरे देश में मिशन मोड में कवच लगाना शुरू करेगा। एटीपी प्रणाली रेल परिवहन में उपयोग की जाने वाली एक सुरक्षा प्रणाली है, जो ट्रेनों को सुरक्षित गति से अधिक या खतरे में सिग्नल पास करने से रोकती है। यह स्वचालित रूप से ट्रेन की गति को नियंत्रित करती है और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यदि आवश्यक हो तो ब्रेक लगा सकती है। एटीपी प्रणाली आधुनिक रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो मानवीय त्रुटि के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है और ट्रेनों के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करता है।
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