महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक में तनाव, सीटों पर फंसा पेच
सीट बंटवारे का फाइनल फॉमूर्ला सामने नहीं आ सका
कांग्रेस 20 अक्टूबर को अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी जैसे छोटे घटक दल कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में सीट बंटवारे में उनसे बात तक नहीं की जा रही है।
मुम्बई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर दंगल शुरू हो चुका है। सूबे में सीट शेयरिंग को लेकर महाविकास अघाड़ी के दलों के बीच रस्साकसी जारी है। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के दलों के बीच मंथन के बावजूद सीट बंटवारे का फाइनल फॉमूर्ला सामने नहीं आ सका। जानकारी के मुताबिक मुंबई और विदर्भ की करीब 28 सीटें ऐसी हैं, जहां दो या दो से अधिक दल अपना-अपना दावा कर रहे हैं। इस बीच खबर तो ये भी है कि कांग्रेस 20 अक्टूबर को अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी जैसे छोटे घटक दल कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में सीट बंटवारे में उनसे बात तक नहीं की जा रही है।
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने 12 सीटों पर दावा किया है, उन्हें कौन-कौन सी सीट मिलेंगी, ये भी अभी तय नहीं है। इस बीच जुबानी बयानबाजी भी खूब हो रही है। उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि सीट शेयरिंग कर पाना प्रदेश के नेताओं के वश की बात नहीं है, इसलिए दिल्ली बात होगी। वहीं, कांग्रेस कह रही है कि संजय राउत जो मर्जी करें। उधर, समाजवादी पार्टी के मुद्दे पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस के साथ सपा का यूपी में तालमेल है, वैसा ही तालमेल महाराष्ट्र में भी होगा।
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस का जोश हाई: ऐसे में सवाल ये है कि क्या लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक के अंदर महाराष्ट्र में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी कांग्रेस का हौसला क्या ज्यादा हाई हो रहा है। क्या महाराष्ट्र में इंडिया ब्लॉक के अंदर सीट बंटवारे पर दोस्ती में कुश्ती होगी। लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने 48 में से 30 सीटें जीतीं, तो कांग्रेस का हौसला कुछ ज्यादा ही हाई हो गया, क्योंकि सबसे ज्यादा 13 सीटें जीतने वाली कांग्रेस अब विधानसभा चुनाव में कभी शरद पवार की पार्टी वाली सीट पर तो कभी उद्धव ठाकरे की पार्टी के प्रभाव वाली सीट पर दावा कर रही है। मामला ऐसा फंसा कि बात धमकी, चेतावनी तक पहुंच गई।
बीजेपी ने उद्धव पर कसा तंज: शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत कह रहे हैं कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता फैसला लेने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए कांग्रेस के हाईकमान से दिल्ली में बात करेंगे। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि संजय राउत क्या करते हैं, ये उनकी इच्छा है, हम संजय राउत पर नहीं बोलेंगे। हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने तंज कसते हुए कहा कि पहले लोग मातोश्री चर्चा के लिए आते थे, अब उद्धव ठाकरे कटोरा लेकर दूसरों के घर घूम रहे हैं।
9 घंटे तक चली एमवीए की मैराथन मीटिंग
दरअसल, गुरुवार को हुई महाविकास अघाड़ी के नेताओं की बैठक के बाद सूत्रों से पता चला कि पूर्वी विदर्भ में कांग्रेस एक भी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, शिवसेना (यूबीटी) पूर्वी विदर्भ की उन सीटों पर दावा कर रही है, जो कांग्रेस ने कभी नहीं जीतीं। उधर, मुंबई की 2 सीटों पर भी कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी के बीच खींचतान है। सूत्रों के मुताबिक उद्धव गुट ने कांग्रेस की तरह सांगली पैटर्न पर अपना उम्मीदवार उतारने की धमकी भी दे दी है।
मुंबई और विदर्भ क्षेत्र की 28 सीटों पर विवाद
महाराष्ट्र में जिन 28 सीटों पर पेच फंसने की खबर सामने आई है, ये सीटें मुंबई और विदर्भ क्षेत्र में हैं, जहां कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) दोनों दल दावा कर रहे हैं। इसके अलावा मुंबई में तीन प्रमुख विवादित सीटें हैं. जिसमें वसोर्वा, बायकुला और धारावी पर कांग्रेस दावा कर रही है. वसोर्वा, बायकुला और घाटकोपर (पश्चिम) पर शिवसेना (यूबीटी) दावा कर रही है, मुंबई में बायकुला, मानखुर्द शिवाजी नगर, वसोर्वा और अणुशक्ति नगर पर समाजवादी पार्टी दावा कर रही है। जबकि इनमें से कुछ सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवारों का नाम भी फाइनल कर लिया है और नाना पटोले ने कहा कि 84 सीटों की स्क्रीनिंग पूरी हुई है, उनके नाम पर 20 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मुहर लगनी है। कांग्रेस ने कहा कि 288 सीटों में से 260 सीटों पर सीट बंटवारे के मुद्दे को सुलझा लिया है। मुंबई की तीन सीटों सहित 28 सीटों पर विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत चल रही है। इसके लिए सभी दल अपने प्रमुख नेताओं को विवादित सीटों की सूची भेजेंगे।
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