खाद ना मिलने पर किसान ने की आत्महत्या, सरकार के लिए यह शर्म की बात : सैलजा
स्टॉक की जांच होनी चाहिए
सैलजा ने कहा कि सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि कोई किसान राम भगत की तरह कोई आत्मघाती ना करे। उन्होंने कहा कि खाद्य विक्रेताओं के गोदामों व स्टॉक की जांच होनी चाहिए।
चंडीगढ़। कांग्रेस महासचिव और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि खाद ना मिलने पर किसान की आत्महत्या की घटना हरियाणा सरकार के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां किसान डीएपी खाद के लिए आत्महत्या कर रहा है, तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री नायब सैनी दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में डीएपी खाद की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को सेटेलाइट से पता चल जाता है कि कौन कहां पर पराली जला रहा है, लेकिन सरकार को खाद के लिए लगी लंबी लंबी कतारें दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने जानना चाहा कि अगर खाद है, तो किसानों को मिल क्यों नहीं रही है।
सैलजा ने कहा कि सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि कोई किसान राम भगत की तरह कोई आत्मघाती ना करे। उन्होंने कहा कि खाद्य विक्रेताओं के गोदामों व स्टॉक की जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही अगर कोई खाद विक्रेता डीएपी या यूरिया का स्टॉक रखता है और किसानों को खाद देने से मना करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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