Bangladesh violence
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर भड़कीं मायावती, बोलीं-हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हिंसा गंभीर चिंता का विषय
Published On
By Jaipur NM
बसपा प्रमुख मायावती ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा और एक दलित युवक की नृशंस हत्या पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में अधिक सक्रिय और प्रभावी भूमिका निभाने की अपील की। दिल्ली में लोग सड़कों पर...बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए क्रूर हमलों के विरोध में बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर उग्र प्रदर्शन
Published On
By Jaipur NM
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के विरोध में विश्व हिंदू परिषद समेत कई संगठनों ने दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हिंदू समुदाय की सुरक्षा की मांग की, पुलिस से झड़प भी हुई। बांग्लादेश हिंसा: पहले शरीफ ओस्मान हादी और अब NCP के इस नेता को घर में घुसकर मारी गोली, अस्पताल में भर्ती
Published On
By Jaipur NM
ढाका में बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। नेशनल सिटीजन पार्टी की लेबर विंग के नेता मोहम्मद मोतलेब सिकदर को उनके घर में घुसकर गोली मार दी गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां हालत स्थिर बताई जा रही है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के व्यक्ति की हत्या, अमेरिकी सांसद ने की निंदा, 10 संदिग्ध गिरफ्तार
Published On
By Jaipur NM
अमेरिका के डेमोक्रेट सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा हत्या की निंदा की और सरकार से धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। बांग्लादेश में 10 संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं। शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में फिर भभकी हिंसा, अवामी लीग का ऑफिस स्वाहा
Published On
By Jaipur NM
इंकलाब मंच नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे। ढाका, चट्टोग्राम और खुलना में भारतीय मिशनों, अवामी लीग ठिकानों और मीडिया दफ्तरों पर हमले हुए। हालात काबू में करने के लिए सेना तैनात की गई। 