उत्तर प्रदेश में कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश : आरोपियों के कब्जे से 405 जिंदा कछुए बमरामद, 2 तस्कर गिरफ्तार
कछुए बरामद करने में सफलता हासिल की
विगत दिनों से एसटीएफ को प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले अन्तरज्यीय तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तरराज्यीय स्तर पर प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 405 जिन्दा कछुए बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार तस्करों की पहखन कुलदीप चतुर्वेदी निवासी ग्राम गहवरा पोस्ट तिवना थाना व तहसील मीरगंज जनपद बरेली तथा अमित यादव पुत्र गिरी यादव निवासी ग्राम अंसारी मोहल्ला पोस्ट बरेली थाना फतेहगंज जनपद बरेली के रुप में की गयी है। दोनों के पास से 405 जीवित कछुए (संरक्षित/प्रतिबन्धित प्रजाति), एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक मोबाइल फोन तथा एक स्विफ्ट कार यूपी 13 एएल 4254 बरामद की गयी है। दोनों वन्यजीव तस्करों को मैनपुरी जिले में तड़के 3:40 बजे गिरफ्तार किया गया।
विगत दिनों से एसटीएफ को प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले अन्तरज्यीय तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसके अनुपालन में दिनेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, उप्0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में निरीक्षक कौशलेंद्र कुमार एसटीएफ फील्ड इकाई, कानपुर द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं को इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद से इकठ्ठा करके स्विफ्ट गाड़ी में लोड करके मैनपुरी से उत्तराखंड के रुद्रपुर ले जाने वाले हैं। प्राप्त सूचना पर उनि विनोद कुमार यादव के नेतृत्व में एक टीम गठित कर वन क्षेत्राधिकारी रेंज मैनपुरी से समन्वय स्थापित कर जनपद मैनपुरी से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके कब्जे से उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह भाड़े पर गाड़ी चलाते है। इसी दौरान उसकी मुलाकात रूद्रपुर के रहने वाले संतो से हुई। सन्तो द्वारा ही उनसे प्रतिबन्धित कछुओं की तस्करी करने वाले रूप सिंह निवासी अछल्दा जनपद इटावा के बारे में बताया गया था। बरामद कछुए रूप सिंह द्वारा ही इनको उपलब्ध कराया गया था। मैनपुरी से रूद्रपुर (उत्तराखंड) पहुंचाने के लिये 50,000/ भाड़ा देना तया हुआ था। जिसमें से 20 हजार रुपये एडवांस में मिल चुका था। बाकी पैसे कछुओं को रूद्रपुर पहुॅचाने के बाद मिलना था। रूप ङ्क्षसह व सन्तो के सम्बन्ध में अन्य जानकारी हासिल की जा रही है, जिसके उपरान्त अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। गिरफ्तार अभियुक्तों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा-2, (16ख) 9, 39, 48, 498, 50, 51, 57 व भा0 वन अधि0 की धारा 52क, के अन्र्तगत क्षेत्रीय वन अधिकारी मैनपुरी रेंज वन प्रभाग, मैनपुरी के सुपुर्द किया गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी मैनपुरी रेंज वन प्रभाग, द्वारा अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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