औरंगजेब कब्र विवाद : अफवाह के बाद नागपुर में हिंसा, पथराव-वाहन फूंके
पुलिस ने किया लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले भी छोड़े
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि अफवाह पर ध्यान नहीं दें।
नागपुर। औरंगजेब कब्र विवाद में सोमवार शाम महाराष्ट्र के नागपुर के महाल इलाके में दो पक्षों में हिंसा हो गई। विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजेब का पुतला फूंका था, इसके बाद हिंसा भड़क गई। पुलिस के अनुसार, औरंगजेब का पुतला जलाने के बाद अफवाह फैली कि प्रदर्शनकारियों ने पुतले के साथ एक धार्मिक पुस्तक भी जलाई है। इससे दो पक्षों में पथराव हुआ। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई। घटना में डीसीपी, पुलिसकर्मी समेत चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 50 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं।
सीएम फडणवीस ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि अफवाह पर ध्यान नहीं दें। उन्होंने लोगों से प्रशासन का पूरा सहयोग करने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि हम लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में हैं। नागपुर एक शांतिपूर्ण शहर है।
धारा 163 लगाई गई
नागपुर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि नागपुर में धारा 163 लगाई गई है। उन्होंने लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। डीसीपी अर्चित चांडक ने कहा कि गलतफहमी के कारण यह घटना हुई है। स्थिति कंट्रोल में है। सभी से अपील है कि बाहर न निकलें। पत्थरबाजी न करें। हिंसा में कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए हैं।
चिटनिस पार्क से शुक्रवारी तलाव रोड इलाका हिंसाग्रस्त
पुलिस ने अधिकारियों ने बताया कि हजारों की भीड़ आई और घरों में पत्थर फेंके गए यह घटना चिटनिस पार्क और महल इलाके में हुई। चिटनिस पार्क से शुक्रवारी तलाव रोड बेल्ट हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित थी, जहां दंगाइयों ने कुछ चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
प्लानिंग के साथ किया हमला: शिंदे
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह हमला प्लानिंग के साथ किया गया है। पुलिस पार्टी पर पत्थर फेंके गए हैं। ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। औरंगजेब देश का दुश्मन है। उसके समर्थकों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इधर, छत्रपति संभाजी नगर में एहतियातन औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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