सियासी घमासान में भाजपा की एंट्री, एकनाथ शिंदे ने फडणवीस से की मुलाकात
फडणवीस से वड़ोदरा में मुलाकात की
महाराष्ट्र के सियासी घमासान में अब भाजपा की एंट्री होती नजर आ रही है। शिवसेना के बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से वड़ोदरा में मुलाकात की।
मुंबई। महाराष्ट्र के सियासी घमासान में अब भाजपा की एंट्री होती नजर आ रही है। शिवसेना के बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से वड़ोदरा में मुलाकात की। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह के भी वड़ोदरा में होने की खबर है लेकिन इस मुलाकात में ये मौजूद थे या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि शाह सर्किट हाउस में रुके हुए थे। शिंदे गुवाहाटी से रात 10.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए। वे दिल्ली से चार्टर प्लेन से वड़ोदरा पहुंचे। फडणवीस भी मुम्बई से करीब 9 बजे दिल्ली के रास्ते चार्टर प्लेन से वडोदरा के लिए निकले। दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे वातचीत हुई। इसके बाद दोनों ही रवाना हो गए।
अविश्वास प्रस्ताव किया खारिज
महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को शनिवार को खारिज कर दिया। यह नोटिस एकनाथ शिंदे ने भेजा था।
बागी 16 विधायकों को नोटिस
सूत्रों के अनुसार जिरवाल के कार्यालय ने बताया कि सेना बागी 16 विधायकों की सदन सदस्यता समाप्त करने के नोटिस भेजे गए हैं और उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए मुम्बई में हाजिर होने को कहा गया है।
हम कोई नई पार्टी नहीं बनाएंगे : केसरकर
शिव सेना के बागी विधायकों में से एक दीपक वसंत केसरकर ने शनिवार को गुवाहाटी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा कि वह कोई नई पार्टी नहीं बनायेंगे। गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक के बाद केसरकर ने कहा कि हमारे गुट के नेता एकनाथ शिंदे हैं और हम न तो कोई नई पार्टी बनाएंगे और न ही किसी पार्टी में विलय करेंगे। हमारे पास विधायकों के संख्या अधिक है इसलिए हम ही असली शिव सेना हैं, हमने अभी शिव सेना छोड़ी नहीं है। हम शिव सेना के टिकट पर चुनाव लड़े थे, इसलिए हम अभी भी शिव सैनिक हैं और हमारे पास दो तिहाई बहुमत है, ऐसे में विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल हमें अयोग्य नहीं ठहरा सकते। हमें जिरवाल की नोटिस स्वीकार नहीं है और वह इसके खिलाफ अदालत में जाएंगे। पार्टी ने बैठक के लिए व्हिप जारी किया था लेकिन व्हिप बैठक के लिए नहीं बल्कि विधानसभा में मतदान के समय उपयोग किया जाता है, इसलिए उनका व्हिप जारी करना गलत था।
शिवसेना बाल ठाकरे की विचारधारा का पालन करेगी : राउत
कार्यकारिणी की बैठक में छह प्रस्ताव पारित
शिव सेना कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के विद्रोहियों समेत हिंदुत्व के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और इसमें छह प्रस्ताव पारित किए गए।
- शिवसेना बालासाहब की हिंदुत्व की विचारधारा का पालन करेगी।
- बागियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उद्धव के पास बागियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है।
- जो चले गए हैं वे बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
- ऐसा करने वालों के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करेंगे।
- जिन नेताओं ने शिवसेना छोड़ दी है, वे शिवसेना और बालासाहेब के नाम पर वोट नहीं मांगें।
- हम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन
पुणे, ओस्मानाबाद और नांदेड़ में शिव सेना कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अपनी पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा उनके कार्यालयों में घुसकर तोड़ फोड़ की। ओस्मानाबाद में बागी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, जो एकनाथ शिंदे की शिविर में शामिल हो गए हैं। शिवसेना कार्यकर्ताओं का एक समूह सावंत के कार्यालय के सामने जमा हो गया और उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
Comment List