अंतिम चरण के प्रचार में बीजेपी ने झोंकी ताकत, दिग्गजों के जरिए साध रही क्षेत्रीय वोट बैंक के समीकरण
रोजगार के अवसर देने का वादा कर रही
बीजेपी का उद्देश्य 3 फरवरी, यानी अभियान के आखिरी दिन तक लगभग 200 रैलियां और अन्य प्रचार कार्यक्रम आयोजित करना है।
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव में अब केवल 5 दिन बाकी हैं, भारतीय जनता पार्टी ने अपनी चुनावी अभियान को तेज कर दिया है और राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले विभिन्न समुदायों को आकर्षित करने के लिए शीर्ष नेताओं की तैनाती कर दी है। पार्टी वोटरों को लुभाने और अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निर्णायक बढ़त बनाने के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ रही है। बीजेपी नेता विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहां पूर्वांचली, सिख, मराठी, बंगाली और अन्य समुदाय की आबादी अधिक है। पार्टी झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तक भी पहुंच रही है, उन्हें बेहतर जीवन स्तर और रोजगार के अवसर देने का वादा कर रही है। बीजेपी का उद्देश्य 3 फरवरी, यानी अभियान के आखिरी दिन तक लगभग 200 रैलियां और अन्य प्रचार कार्यक्रम आयोजित करना है।
बीजेपी की रणनीतिक पहुंच
भाजपा ने दिल्ली में प्रचार के लिए विभिन्न राज्यों और समुदायों के वरिष्ठ नेताओं को तैनात किया है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और असम जैसे भाजपा-शासित राज्यों के मुख्यमंत्री दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार कर रहे हैं। बीजेपी जिस क्षेत्रीय कारकों पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
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