हार्वर्ड सहित अन्य प्रमुख विश्वविद्यालयों से एमबीए करने वाले छात्रों को भी नहीं मिल रही नौकरी : रिपोर्ट
युवाओं को नौकरी के लिए भटकना पड़ रहा है
हार्वर्ड की करियर विकास की प्रभारी क्रिस्टन फिट्जपैट्रिक ने बताया कि नौकरी की कठिनाइयों से हम भी बचे नहीं है। हार्वर्ड के अलावा स्टैनफोर्ड, व्हार्टन और एनवाईयू स्टर्न भी नौकरी प्लेसमेंट की समस्या है।
वॉशिंगटन। बेरोजगारी का असर दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में भी दिखाई दे रहा है। हार्वर्ड और अन्य प्रमुख बिजनेस स्कूलों में जॉब की कमी अब एक बड़ी समस्या बन चुकी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार हार्वर्ड के एमबीए छात्रों में से कम से कम 23 प्रतिशत कैंडिडेट अपनी पढ़ाई पूरी करने के 3 महीने बाद भी नौकरी की तलाश में थे। नए ग्रेजुएट्स के बीच बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ रही है। प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री लेने वाले युवाओं को नौकरी के लिए भटकना पड़ रहा है।
हार्वर्ड की करियर विकास की प्रभारी क्रिस्टन फिट्जपैट्रिक ने बताया कि नौकरी की कठिनाइयों से हम भी बचे नहीं है। हार्वर्ड के अलावा स्टैनफोर्ड, व्हार्टन और एनवाईयू स्टर्न भी नौकरी प्लेसमेंट की समस्या है।
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