सरकार से दूर रहें पीटीआई के नेता, चर्चा से उनके दुश्मन होंगे मजबूत : इमरान
यह तीसरे अंपायर की नीति है
यह पाकिस्तान की सरकारी संस्थाओं, सैन्य एजेंसियों और प्रशासनिक अधिकारियों की आधिकारिक नीति नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तीसरे अंपायर की नीति है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने पार्टी नेताओं को सरकार और सेना के साथ बातचीत के प्रयासों से बचने का निर्देश देते हुये कहा है कि इस तरह की किसी भी चर्चा से केवल उनके दुश्मन मजबूत होंगे। रिपोर्टों में यह जानकारी दी गयी है। अदियला जेल में लगभग एक वर्ष से बंद खान ने कहा कि सरकार और सैन्य एजेंसियों के साथ बातचीत करने से कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम पीछे हटेंगे, उतना ही वे हमें कुचलेंगे। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान की सरकारी संस्थाओं, सैन्य एजेंसियों और प्रशासनिक अधिकारियों की आधिकारिक नीति नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तीसरे अंपायर की नीति है।
खान का यह राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ में एक व्यंग्य है कि निर्णय लेने वाली शक्ति वास्तव में सरकार या संस्था के पास नहीं है, बल्कि किसी अन्य शक्तिशाली तत्व या समूह के पास है, जो निर्णय लेता है और सरकार को निर्देश देता है। खान ने कई मौकों पर देश की सत्ता के साथ अपने मतभेदों को व्यक्त किया है और अपने लोगों को सरकार और सैन्य एजेंसियों के साथ बातचीत करने से दूर रहने की सलाह दी है।
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