घटिया निर्माण की खुली पोल, छत से टपका बरसाती पानी

श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़

घटिया निर्माण की खुली पोल, छत से टपका बरसाती पानी

शिव मंदिर भवन की छत से पानी का टपकना घटिया निर्माण एवं प्राचीन शिव कुंड के अस्तित्व खत्म हो रहा है।

केलवाड़ा। पूर्व गहलोत सरकार के समय खान एवं गोपालन मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया के अथक प्रयासों से हाड़ौती की प्रसिद्ध तीर्थ स्थली सीताबाड़ी के विकास के लिए करोड़ों रुपए का बजट दिया गया। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते मंदिर की छत से निरंतर पानी टपक रहा है।  यूं कहें तो धार्मिक नगरी सीताबाड़ी एवं केलवाड़ा क्षेत्र में विकास की गंगा बहा दीं गई हो। अभी भी सीताबाड़ी में करोड़ों रुपये  के विकास कार्य प्रगति पर है। ठेकेदारों की लापरवाही एवं घटिया निर्माण के चलते कई विकास कार्य समय से पहले ही अपनी जीर्ण शीर्ण अवस्था को प्राप्त कर चुके है। पुराने समय से सीताबाड़ी आस्था का केंद्र रहा है। मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया ने लोगों की आस्था को देखते हुए विकास के लिए कई कार्य किए। नियमित मॉनिटरिंग के अभाव में एवं घटिया निर्माण के चलते पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया का सपना अधूरा रह गया। घटिया निर्माण में ठेकेदारों ने भगवान के घर को भी नहीं छोड़ा।  सूरज मंदिर की जो अपने प्राकृतिक स्वरूप के लिए जाना जाता था। कुंड में बने अनोखे बनावट एवं प्राकृतिक छठा को निहारने के लिए श्रद्धालुओं का आना-जाना बना रहता था। लाखों रुपए की लागत से मंदिर को भव्य स्वरूप देने के लिए कार्य शुरू हुआ। मंदिर पूर्ण होने एवं प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व ही घटिया निर्माण की पोल खुल गई। मंदिर की छत से निरंतर पानी टपक रहा है। मंदिर परिसर कुछ देर में पानी से  भर जाता है। जिम्मेदारों ने आकर मंदिर की अभी तक सुध भी नहीं ली है। यह प्राचीन मंदिर घटिया निर्माण की भेंट चढ़ चुका है। मंदिर की बनावट को अगर बाहर से देखे तो ऐसा प्रतीत होता है। मानो किसी का आवास हो मंदिर को मंदिर जैसा स्वरूप बाहर से नहीं दिया गया। सीताबाड़ी आस्था का केंद्र रहा है। ऋषि,मुनियों, नागा साधुओं ने यहां पर तपस्या की हैं। आज भी यहां स्थित जीवित समाधियां इसका प्रमाण है,यह धार्मिक स्थल लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। हाल ही में पूर्व सरकार द्वारा किए गए घटिया निर्माण के चलते शिव मंदिर भवन की छत से पानी का टपकना घटिया निर्माण एवं प्राचीन शिव कुंड के अस्तित्व खत्म हो रहा है।

संबंधित विभाग को जांच कर, सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। जल्द ही सावन का माह शुरू होने वाला हैं। जिसमें सैकड़ों शिव भक्त,कावड़ यात्री प्राचीन मंदिर के दर्शन करते हैं। जल चढ़ाकर आशीर्वाद लेते हैं। संबंधित विभाग को जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पूर्ण करन के लिए अग्रसर होना चाहिए। 
- भुवनेश गोस्वामी, जिला संयोजक, भाजपा आईटी विभाग बारां,राजस्थान। 

घटिया निर्माण की तो पहले मानसून ने  ही पोल खोल दी थी लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने आकर नहीं देखा। ठेकेदार की लापरवाही एवं मॉनिटरिंग के अभाव में प्राचीन धरोहर घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गई।
- राहुल जोधा, स्थानीय निवासी। 

जब कार्य की शुरूआत की गई थी। तब कहा गया था कि अधिकारियों  द्वारा की दीपावली से पहले पहले मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर दी जाएगी लेकिन अभी तक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुई है। मंदिर को जल्द पूर्ण कर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोल देना चाहिए। अन्य मंदिर में रखकर वर्तमान समय में मूर्तियों की पूजा की जा रही है
- गोविंद बल्लभ भार्गव, सूरज मंदिर महंत। 

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छत से पानी टपकने की सूचना हमें मिली है। मौके पर जाकर मामले की जांच की जाएगी। 
- नरेश नागर, एईएन पीडब्ल्यूडी, केलवाड़ा

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