एक करोड़ से अधिक का सहयोग देने वाले 35 भामाशाहों को शिक्षा विभूषण सम्मान, विधानसभा और निकाय-पचांयत उपचुनाव में भाजपा को मिल चुकी है बढ़त
क्षेत्र में चेहरों को देगी जीत का टॉस्क
प्रदेश में दिसम्बर-जनवरी माह में पंचायत और निकाय चुनावों को एक साथ कराने की तैयारियां हो रही है। ऐसे में भाजपा राजस्थान में अपने विजय रथ को बरकरार रखना चाहती है
जयपुर। प्रदेश में दिसम्बर-जनवरी माह में पंचायत और निकाय चुनावों को एक साथ कराने की तैयारियां हो रही है। ऐसे में भाजपा राजस्थान में अपने विजय रथ को बरकरार रखना चाहती है। विधानसभा के बाद भाजपा ने विधानसभा उपचनुावों में सात में से छह सीटें जीती थी। कांग्रेस के कब्जे वाली चार में से कांग्रेस केवल एक सीट दौसा पर सिमट कर रह गई थी। वहीं हाल ही में निकायों-पंचायतों के उपचुनाव के रिजल्टी भी 36 में से 27 सीटें जीती है। भाजपा अपनी सरकार के कामों के दम पर इन चुनावों में उतरने की रणनीति बना रही है। हालांकि अभी इसे लेकर युद्व स्तर पर कोई तैयारी शुरू नहीं हुई है लेकिन भाजपा बूथ टीमों को ही अपनी जीत की ताकत मानकर काम करने की योजना बना रही है। स्थानीय के साथ ही प्रदेशस्तरीय मुद्दे तैयार किए जा रहे हैं।
क्षेत्र में चेहरों को देगी जीत का टॉस्क
पार्टी निकायों-पंचायतों के अनुसार क्षेत्रीय नेताओं को ही जीत को जिम्मेदारी देने पर काम कर रही है। इसमें सरकार के मंत्री, विधायक और स्थानीय नेता शामिल हैं। वहीं भाजपा घर-घर जाकर पार्टी की रीति-नीति को बताने, कामों के ब्रोशर बांटने के साथ ही क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर मैदान में उतरने की जिलेवार रणनीति पर काम कर रही है। सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ सहित बड़े नेताओं की सभाएं, रोड शो और प्रबुद्वजन सम्मेलन भी आयोजित होंगे।
निकायवार प्रभारी लगेंगे, संभागों में बड़े नेता की मॉनिटरिंग
जानकारी के अनुसार भाजपा निकायवार अपने नेताओं को चुनावी प्रबन्धन की जिम्मेदारी के लिए सूची तैयार कर रही है। इसमें प्रदेशभर से पार्टी पदाधिकारी, पूर्व विधायक, विधायक, सांसद शामिल किए जा सकते हैं। यह निकायों में कार्यकर्ताओं, नेताओं को पार्टी की प्रदेशस्तर पर तय होने वाली रणनीति के मुताबिक चुनावी समर में जीत की क्षेत्रवार कार्ययोजना पर काम करेंगे। वहीं संभागवार भी बड़े नेताओं को प्रभारी लगाया जाएगा।
इन सीनियर नेताओं का होगा अहम रोल
चुनाव में भाजपा सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे, सीनियर नेता राजेन्द्र राठौड, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, अशोक परनामी, सतीश पूनियां , राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी सरकार के मंत्रियों का चुनाव में अहम रोल तय करेगी।
प्रदेश में बनेगी रणनीति, दिल्ली बात के बाद फाइनल होगा चक्रव्यूह
प्रदेश में फिलहाल पार्टी प्रदेश स्तर पर कार्ययोजना बनाने पर काम चल रहा है। प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड सभी सीनियर नेताओं की राय के मुताबिक चुनावी चक्रव्यूह तैयार करेंगे। जानकारी के अनुसार इसके बाद केन्द्रीय नेतृत्व से इसे लेकर चर्चा होगी। जहां इसे फाइनल स्वरूप दिया जाएगा। उसके मुताबिक ही पार्टी चुनाव का बिगुल फूंकेगी।
सरकार के काम के दम पर उतरेंगे
भाजपा की भजनलाल सरकार को निकाय-पंचायत चुनाव होने तक करीब दो साल पूरे हो चुके होंगे। भजनलाल सरकार के कामों के दम पर पार्टी मैदान में उतरेगी। जानकारी के अनुसार जिलेवार, निकायवार भाजपा अपनी उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएगी। क्षेत्रीय पार्टी संगठन की इकाईयों को इसे लेकर अभी से उपलब्धियों-कामों को सहजने और उन्हें लेकर जनता के बीच जाने की प्रारम्भिक तैयारियों के लिए कहा गया है। सरकार के मंत्रियों को अपने अपने क्षेत्र में बड़ा जिम्मा मिल सकता है।
राष्ट्रीय-राज्यस्तरीय के साथ क्षेत्रीय मुद्दे होंगे आधार
भाजपा चुनावों में क्षेत्रीय मुद्दों को तो आधार बनाएगी ही साथ ही पार्टी राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय मुद्दों को भी अपने जीत के लिए जनता के बीच लेकर जाएंगी। मोदी सरकार के काम, ऑपरेशन सिंदूर, जम्मू-कश्मीर में 370 हटाने, राममंदिर और पार्टी की मूल वैचारिक सोच को भी भुनाने का प्रयास करेगी।

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