सदन में गूंजा आबादी क्षेत्र में हाई वोल्टेज विद्युत लाइनों का मामला : कैलाश वर्मा ने कहा- मेले में दिक्कत करती है लाइन, मंत्री ने सवाल का दिया जवाब
सांसद कोटे से खर्च की जा सकती है
अगर इन लाइनों को अंडरग्राउंड करते हैं, तो 50 प्रतिशत राशि निगम के स्तर पर वहन की जाती है, जबकि 50 प्रतिशत जो राशि विधायक या सांसद कोटे से खर्च की जा सकती है।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में बगरू विधानसभा क्षेत्र के आबादी क्षेत्र में हाई वोल्टेज की विद्युत लाइनों का मामला गूंजा। विधायक कैलाश चंद्र वर्मा के सवाल पर ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि वर्तमान में जो लाइन आबादी क्षेत्र में है। यह पहले आबादी क्षेत्र जगह नहीं थी। इसीलिए इन लाइनों को वहां डाला गया था। वर्तमान में जो प्रावधान है, उसके अनुसार अगर इन लाइनों को अंडरग्राउंड करते हैं, तो 50 प्रतिशत राशि निगम के स्तर पर वहन की जाती है, जबकि 50 प्रतिशत जो राशि विधायक या सांसद कोटे से खर्च की जा सकती है।
पूरक सवाल करते हुए कैलाश वर्मा ने कहा कि बगरू विधानसभा क्षेत्र में बड़ा मेला लगता है। उस मेले में भी यह लाइन दिक्कत करती है। कई गांव प्रभावित होते हैं। गत दिनों महापुरा और मुहाना इलाके में दो युवकों की करंट से मौत भी हो गई। क्या सरकार मंशा रखती है कि इनको अंडरग्राउंड करें। इसके बाद मंत्री ने कहा कि अगर मेले में लाइन नीचे है, तार नीचे है, तो उनको ऊंचा किया जाएगा। विद्युत लाइन को लेकर स्पीकर ने व्यवस्था देते हुए कहा कि सरकार की कई छोटी बस्तियां या गरीब कच्ची बस्ती है।
वहां पर इस तरह की लाइने है। अगर उनको कहा जाए कि आप एक करोड़ या 50 लाख रुपए जमा करो, तो वें कैसे करवाएंगे। सरकार के स्तर पर इस तरह की कोई पॉलिसी बनाई जाए, ताकि इन लाइनों को अंडरग्राउंड किया जा सके या फिर कोई दूसरी व्यवस्था की जा सके, तो सरकार विचार करे।
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