होली का पर्व : भद्रा समाप्ति के बाद होगा होलिका दहन, धुलंडी के अवसर पर रंग और गुलाल से खेली जाएगी होली
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11:30 बजे से 12:30 बजे तक का रहेगा
राज्य में होली का दो दिवसीय लोक पर्व गुरुवार से शुरू होगा, पहले दिन गुरुवार को होलिका दहन किया जाएगा और अगले दिन शुक्रवार को धुलंडी के अवसर पर रंग और गुलाल से होली खेली जाएगी
जयपुर। राज्य में होली का दो दिवसीय लोक पर्व गुरुवार से शुरू होगा। पहले दिन गुरुवार को होलिका दहन किया जाएगा और अगले दिन शुक्रवार को धुलंडी के अवसर पर रंग और गुलाल से होली खेली जाएगी। होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है, जिसमें भद्रा रहित काल को सर्वोत्तम माना गया है। इस वर्ष होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11:30 बजे से 12:30 बजे तक का रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, भद्रा लगने के कारण होलिका दहन रात को ही किया जाएगा। भद्रा समाप्ति के बाद करीब एक घंटे का समय मिलेगा, जिसमें होलिका दहन करना शुभ माना गया है।
शहर और गांवों में होलिका दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। लोग परंपरागत रूप से होलिका सजाकर दहन करेंगे और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाएंगे। होलिका दहन के बाद अगले दिन धुलंडी पर लोग एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली का आनंद लेंगे।
इस बार होली को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजारों में रंग, गुलाल और पिचकारियों की खूब खरीदारी हो रही है। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने भी कड़े इंतजाम किए हैं। होली का पर्व मिल-जुलकर मनाने और प्रेम-सद्भाव बनाए रखने का संदेश देता है।
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