शहीद सतीश स्वामी का पैतृक गांव में सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, ठिमाऊ बड़ी गांव में शोक की लहर, घरों में नहीं जले चूल्हे
हर किसी की आंखें नम थीं और देशभक्ति के नारे गूंज रहे थे
गांव ठिमाऊ बड़ी में बुधराज स्वामी के घर जन्मे शहीद सतीश कुमार स्वामी का जन्म 19 जून 1996 को हुआ था।
सादुलपुर। तहसील के गांव ठिमाऊ बड़ी में शहीद सतीश स्वामी का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गांव में दिनभर शोक की लहर छाई रही और घरों में चूल्हे तक नहीं जले। हर व्यक्ति की आंखें नम थी। शहीद का पार्थिव शरीर सेना के अधिकारी लेकर गांव पहुंचे तभी भारत जिंदाबाद के नारों के साथ सतीश स्वामी अमर रहे के जयकारों से गांव गूंज उठा। शहीद के पिता बुधराज स्वामी के पास शब्द नहीं थे। अधिकारियों सहित ग्रामीण उनको सांत्वना दे रहे थे। मां सावित्री अपने लाडले को देखने के लिए बिलख रही थी। घर में कोहराम मचा हुआ था। महिलाएं शहीद परिवार को ढांढ़स दे रही थी। सेना के जवान, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनके पार्थिव शरीर पर तिरंगा अर्पित कर पुष्पचक्र एवं श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोक्ष भूमि में जवानों ने मातमी धुन बजाकर शहीद कर्नल रमेश सिंह राठौड़ को गार्ड ऑफ ऑनर दिया तथा हवाई फायर कर शहीद को इससे पहले बीकानेर से जवान की पार्थिव देह लेकर सुबेदार रायबहादुर गुरुंग व तीन जवान शहीद स्मारक पहुंचे। मेजर शोरव थापा, नायब सूबेदार जितेन्द्र सिंह एवं 12 जवानों ने शहीद को सलामी दी।
शहीद स्मारक से निकाली तिरंगा यात्रा
शहीद सतीश स्वामी की याद में शहीद स्मारक से तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस दौरान स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पुष्प बरसाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। हर किसी की आंखें नम थीं और देशभक्ति के नारे गूंज रहे थे। शहीद सतीश स्वामी माह जून 2024 में 3 माह की छुट्टी पर आए थे।
5 गोरख राइफल रेजीमेंट में हुए भर्ती
गांव ठिमाऊ बड़ी में बुधराज स्वामी के घर जन्मे शहीद सतीश कुमार स्वामी का जन्म 19 जून 1996 को हुआ था। स्वामी 5 गोरख राइफल रेजीमेंट (फ्रंटियर फोर्स) में 17 जून 2019 को भर्ती हुए थे।
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