रामगढ़ बैराज से 138 एमसीएफटी और महलपुर से 266 एमसीएफटी जल पेयजल आपूर्ति के लिए आरक्षित, विभाग की ओर से कार्य जारी

वन भूमि प्रत्यावर्तन के लिए 1700 हेक्टेयर गैर-वन भूमि आरक्षित की

रामगढ़ बैराज से 138 एमसीएफटी और महलपुर से 266 एमसीएफटी जल पेयजल आपूर्ति के लिए आरक्षित, विभाग की ओर से कार्य जारी

जल संसाधन विभाग की ओर से संशोधित पार्वती कालीसिंध चंबल परियोजना (ईआरसीपी) के कार्य पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता से जारी हैं।

जयपुर। रामगढ़ बैराज से 138 एमसीएफटी जल और महलपुर बैराज से 266 एमसीएफटी जल पेयजल आपूर्ति के लिए आरक्षित किया गया है। इसके अतिरिक्त, 353 एमसीएफटी जल औद्योगिक और स्थानीय आवश्यकताओं के लिए निर्धारित किया गया है। जल संसाधन विभाग की ओर से संशोधित पार्वती कालीसिंध चंबल परियोजना (ईआरसीपी) के कार्य पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता से जारी हैं।

परियोजना के पहले चरण में कूल नदी पर किशनगंज तहसील स्थित रामगढ़ बैराज और पार्वती नदी पर किशनगंज एवं मांगरोल तहसील स्थित महलपुर बैराज के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य अंतिम चरण में है। परियोजना के लिए 8 गांवों की 168 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है और प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि शीघ्र प्रदान की जाएगी। वन भूमि प्रत्यावर्तन के लिए 1700 हेक्टेयर गैर-वन भूमि आरक्षित की गई है। डूब क्षेत्र में बसे गांवों के पुनर्वास के लिए बारां तहसील के कोयला गांव में 34 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है। इस परियोजना से पेयजल संकट का समाधान और औद्योगिक विकास में तेजी की उम्मीद है।

 

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