प्रदेश में बारिश का दौर, गांवों में बाढ़ के हालात 

गांवों का शहरों से सम्पर्क कट गया

प्रदेश में बारिश का दौर, गांवों में बाढ़ के हालात 

बाढ़ के चलते गांवों का शहरों से सम्पर्क कट गया। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोटा, झालावाड़ और बारां का दौरा करेंगे।

जयपुर। प्रदेश में बारिश का दौर चलने से धौलपुर, करौली, बूंदी और बारां के अनेक गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बाढ़ के चलते गांवों का शहरों से सम्पर्क कट गया। कोटा बैराज से 2.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे चंबल नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया। इससे धौलपुर के 80 प्रतिशत गांवों में बाढ़ के हालात बन गए। यहां सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। धौलपुर प्रशासन ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए 40 गांवों को खाली करवा दिया है। चंबल नदी खतरे के निशान से 13 मीटर ऊपर बह रही है। बूंदी के 10 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, सेना ने 250 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। 

सवाईमाधोपुर के गलवा नदी के पास के अनेक गांवों में बरसात के पानी से हालत बिगड़ गए। बारां में पार्वती नदी के उफान पर आने से कई गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बारां के खुरई गांव में 11 लोगों को निकाला गया। कोटा में बस्तियों में पानी कम होने से लोगों ने थोड़ी राहत मिली है, लेकिन हालात अभी ठीक नहीं हैं। कोटा के इटावा क्षेत्र में चम्बल, पार्वती, कालीसिंध नदियों के रोद्र रूप ने इटावा में एक बार फिर तबाही मचा दी है। नदियों का पानी गांवों और कस्बों में पहुंच गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें निरन्तर रेस्क्यू कर रही हैं। जयपुर में सूर्य और बादलों के बीच दिनभर लुकाछिपी का खेल चलता रहा। जालौर में मूसलाधार बारिश होने से निकटवर्ती सुंधा माता मार्ग में सड़क पर पांच फीट तक पानी बह रहा है। बूंदी के लाखेरी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना ने मोर्चा संभाल रखा है। 

 

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