जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज : साहित्यकारों का सजा मंच, ढोल नगाड़े और कच्छी घोड़ी नृत्य से लोगों का स्वागत
फर्स्ट एडिशन दियासलाई बाय कैलाश सत्यार्थी सत्र होगा
जेएलएन मार्ग स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में गुरुवार से शुरू हुए साहित्यिक मंच जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत हुई है
जयपुर। जेएलएन मार्ग स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में गुरुवार से शुरू हुए साहित्यिक मंच जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत हुई है। प्रदेश की कला संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस बार राजस्थानी संस्कृति इसकी मुख्य थीम है। फेस्ट में आने वाले लेखकों और विजिटर्स का राजस्थानी परंपरा से स्वागत किया गया।
यहां ढोल नगाड़े और कच्छी घोड़ी नृत्य खासे आकर्षणवक केंद्र रहे। जेएलएफ में सुबह की सुनहरी शुरुआत 9 बजे सुप्रिया नागराजन का मॉर्निंग म्यूजिक सत्र से हुए। पहले दिन 40 से अधिक सत्र होंगे। जिनमें दोपहर 12 बजे फ्रंट लॉन में जावेद अख्तर का सत्र होगा। इसमें उनके साथ अतुल तिवारी होंगे।
वहीं एक बजे बैठक में फर्स्ट एडिशन दियासलाई बाय कैलाश सत्यार्थी सत्र होगा। इसमें कैलाश सत्यार्थी के साथ पुनीत रॉय की बातचीत होगी। इस साहित्यिक मंच पर कई लेखकों की बुक भी लॉन्च होगी। सुधा मूर्ति, जावेद अख्तर, कैलाश सत्यार्थी के सेशल फेस्टिवल के पहले दिन सबसे बड़े आकर्षण हैं।
Comment List