ओलंपिक में भागीदारी के लिए लड़कियां टेनिस का कर रही अभ्यास
महिला खिलाड़ियों की संख्या एक सौ से अधिक
कोटा को आमतौर पर खेलों के मामले में पिछड़ा जिला माना जाता है। यहां प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें संसाधन और मंच मिलना मुश्किल है। ऐसे हालातों में कोटा जिले की बेटियां अपनी प्रतिभा और कठिन परिश्रम की बदौलत राष्टÑीय और अंतरराष्टÑीय स्तर पर पहचान बनाई है।
कोटा। कोटा को आमतौर पर खेलों के मामले में पिछड़ा जिला माना जाता है। यहां प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें संसाधन और मंच मिलना मुश्किल है। ऐसे हालातों में कोटा जिले की बेटियां अपनी प्रतिभ और कठिन परिश्रम की बदौलत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। टेनिस में राज्य स्तरीय टीम से लेकर राष्ट्रीय स्तर की टीम में कोटा जिले की इन बेटियों ने प्रतिनिधित्व किया है। इनकों मिले अनेक पदकों की वजह से जिले को मान सम्मान मिला है। कोटा की इन महिला खिलाड़ियों को खेल दिवस पर हर साल सम्मानित किया जाता है। इसके साथ ही खेल प्रतिभा की बल पर इन महिला खिलाड़ियों को रेलवे और सेना में सरकारी नौकरी प्राप्त कर देश के विकास और सुरक्षा में योगदान दे रही है। पिछले कुछ वर्षों से कोटा की महिला खिलाड़ियों का रुझान टेनिस की ओर बढ़ा है। कोटा की बेटियां टेनिस में लगातार परचम लहरा रही है।
100 से अधिक महिला खिलाड़ी
कोटा में टेनिस खेलने वाली महिला खिलाड़ियों की संख्या एक 100 से अधिक है। यह महिला खिलाड़ी कोटा के अलग-अलग टेनिय के क्लबों में प्रतिदिन अभ्यास कर रही है। टेनिस के अंकित का कहना है की महिला खिलाड़ियों में टेनिस खेलने का एक जज्बा है, जिसके भूते पर वह लगाातार आगे बढ़कर कोटा का नाम रोशन कर रही है। कोटा में पहले टेनिस के कोर्ट नहीं थे, लेकिन अब अनेक जगह इसके कोर्ट बन गए है। जिसका लाभ यहां की महिला खिलाड़ियों को मिला है। इस बार टेनिस खेलने के ग्रामीण क्षेत्र से भी बेटियां निकलकर सामने आ रही है।
होनहार महिला खिलाड़ी
कोटा की सिमरन होरा ने 4 बार राष्टÑीय स्तर प्रतियोगिता में भाग लेकर कोटा को गोल्ड मेडल दिलाया है। इसके साथ ही वह स्टेट लेवल प्रतियोगिताओं में 5 बार खेल चुकी है और मेडल हासिल किए है। इसके साथ ही कोटा की कोमल वर्मा,गर्विता दत्ता, इशिता यादव, कनिष्का शर्मा, लीला झा, मीशिका चौधरी सहित अनेक बेटियां लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लाने के लिए लगातार अभ्यास कर रही है।
10 क्लब कोटा में
कोटा में टेनिस के 10 क्लब है। जिनमें युवा व पेशेवर लोग रोजान टेनिस खेलते है और अभ्यास करते है। पिछले 2 वर्षों से कोरोनाकाल के कारण यह क्लब बंद थे। लेकिन अब कोटा के सारे क्लब खुल गए है। इन क्लबों में खिलाड़ियों के साथ-साथ शोंकियां तौर पर खेलने वाले खिलाड़ियों का जमावड़ा भी लगा रहता है। इन क्लब में टेनिस की अनेक प्रतियोगिताएं भी करवाई जाती है।
कोटा की बेटियां अनेक खेलों में नित नए आयाम स्थापित कर रही है। लगातार अनेक खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। चाहे वो टेनिस का खेल हो या कोई अन्य खेल। बेटियां हर तरफ आगे है। खेलों के माध्यम से कोटा की सैंकड़ों बेटियों ने अपना मुकाम हासिल किया है। लेकिन अगर टेनिस में सरकार द्वारा कोई मदद मिले तो निश्चित तौर पर अंतरराष्टÑीय स्तर पर भी मेडल ले आएगीं।
- कमलदीप, सचिव उम्मेद क्लब कोटा
Comment List