हर हफ्ते 40 टन पिंड खजूर खा रहा कोटा जिला

खाड़ी देशों से होता है आयात

हर हफ्ते 40 टन पिंड खजूर खा रहा कोटा जिला

पिंड खजूर के व्यापारियों ने बताया कि सर्दियों के सीजन में इनकी खपत ज्यादा होती है।

कोटा। सर्दी के मौसम में स्वाद बढ़ाने वाले विभिन्न तरह के फल बाजार में खूब बिक रहे हैं, लेकिन बात जब पिंड खजूर की होती तो मुंह में मिठास-सी घुल जाती है। पिंड खजूर खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं उतने ही लाभकारी भी हैं। यही वजह है कि खजूर एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है। वर्तमान में कोटा में खाड़ी देशों के पिंड खजूर की बिक्री जोरों पर है। सर्दियों में खजूर की खपत बहुत ज्यादा होती है। तापमान में गिरावट और शादी के सीजन में कोटा में इराक, ईरान और सऊदी अरब से आने वाले पिंड खजूर की मांग बढ़ गई है। फल विक्रेताओं के अनुसार कोटा में खाड़ी देशों से आने वाले पिंड खजूर की एक हफ्ते में खपत लगभग 40 टन हो रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिंड खजूर का स्वाद घर-घर पहुंच रहा है। वर्तमान में थोक मंडी में खजूर की कीमत 90 से 100 रुपए किलो के बीच चल रही है। वहीं कोटा के अन्य इलाकों में यही सौ से सवा सौ रुपए किलो बेचा जा रहा है।

इन देशों से आ रहा पिंड खजूर
विश्व में सबसे अधिक पिंड खजूर का उत्पादन खाड़ी देशों में होता है। खाड़ी देशों में पिंड खजूर तैयार करने के लिए भूमि काफी उपयुक्त मानी जाती है। ऐसे में वहां पर उत्पादित पिंड खजूर का निर्यात पूरे विश्व में किया जाता है। भारत में भी काफी मात्रा में वहां से पिंड खजूर आता है। कोटा में इस समय   ईरान, इराक, सउदी अरब, फिलीस्तीन, अल्जीरिया देशों से खजूर आ रहा है। वर्तमान में मुंबई और गुजरात के बंदरगाहों से इराक, ईरान और सऊदी अरब से खजूर कोटा के बाजारों में आती हैं।

विश्व  में खजूर की 200 से अधिक किस्म
स्थानीय व्यापारियों के अनुसार दुनियाभर में दो सौ से अधिक किस्म के खजूर पाए जाते हैं। अजवा खजूर लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है। अरब के मदीना से आने वाला यह खजूर स्वाद के साथ ही काफी सेहतमंद और मुलायम होता है। अजवा खजूर अन्य खजूरों के मुकाबले छोटा होता है। इस खजूर को खाने के बाद मुंह से गुलाब की खुशबू आने लगती है। खजूर की खेती सबसे पहले इराक में शुरू हुई थी। उसके बाद यह अरब और अन्य देशों में उगाया जाने लगा है। भारत में सिर्फ गुजरात में खजूर उगाया जाता है।  

दो दिन में 20 से 25 टन की आवक
थोक फल सब्जी मंडी के प्रमुख व्यापारी शब्बीर अंसारी ने बताया कि कोटा में देशभर के लाखों बच्चे पढ़ने आते हैं। ऐसे में पिंड खजूर की खपत यहां ज्यादा है। खाड़ी देशों से आने वाले इन खजूरों को कोटा के व्यापारी गुजरात के बंदरगाह से 20 से 25 टन हर दो दिन में गाड़ी से मंगवाते हैं। कोटा के छोटे और बड़े दुकानदार यहां से लेकर जाते हैं। पिंड खजूर के व्यापारियों ने बताया कि सर्दियों के सीजन में इनकी खपत ज्यादा होती है। बच्चे इसे खरीदते हैं और दूध में उबालकर खाते हैं।

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पिंड खजूर खाने में जितने ही स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही सेहत के लिए भी लाभकारी होते हैं। यह फाइबर से भरपूर होते हैं। यह कब्ज की समस्या को रोकता है और दिल की सेहत में सुधार करता है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में यह काफी काम आता है। यह दिल और दिमाग के लिए काफी फायदेमंद है।
- डॉ. गिरिश स्वामी, आयुर्वेदिक चिकित्सक

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