हॉलमार्क की जानकारी नहीं देकर फायदा उठा रहे कई ज्वैलर्स
अब 6 अंकों वाले अल्फा न्यूमेरिक हॉलमार्किंग ही मान्य, बिना हॉलमार्क ज्वैलरी बेचने पर प्रतिबंध
22 अप्रैल को आखातीज का अबूझा सावा था। इस दिन काफी शादियां थी। इस दौरान कोटा सर्राफा बाजार में लाखों रुपए के आभूषणों की बिक्री हुई थी। जानकारी के अनुसार इस दौरान भी इन ज्वैलर्स ने बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी को बेचकर अपना पुराना स्टॉक निकालने का काम किया।
कोटा। केन्द्र सरकार की ओर से गोल्ड ज्वैलरी को बेचने के सम्बंध में जारी किए नए नियमों की कोटा में कई ज्वैलर्स द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही है। प्रतिबंध के बावजूद यहां के कुछ ज्वैलर्स बिना हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) वाली गोल्ड ज्वैलरी बेच रहे हैं। जिसमें शहर के प्रमुख धूलीलाल ज्वैलर्स व पारस ज्वैलर्स भी शामिल हैं। ज्वैलर्स ने अपना पुराना ज्वैलरी स्टॉक निकालकर जमकर मुनाफा कमाया। अब ग्राहकों का कहना है कि इन ज्वैलर्स ने ज्वैलरी के नए नियमों के बारे में जानकारी नहीं दी और अपने फायदे के लिए पुरानी ज्वैलरी उनको बेच दी। यदि नियमों की जानकारी होती तो वह हॉलमार्क वाली ज्वैलरी की ही खरीदारी करते।
यह था आदेश
ज्वैलरी कारोबार में ज्वैलरी में नकली व असली का फर्क करना मुश्किल काम होता है। इससे ग्राहकों को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए केन्द्र सरकार ने एक अपै्रल से गोल्ड ज्वैलरी को खरीदने के नियम में बदलाव किया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार 1 अप्रैल से बाजार में बिना हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) वाली गोल्ड ज्वैलरी और आर्टिकल्स को नहीं बेचा जा सकेगा। नए नियम के मुताबिक अब 6 अंकों वाले अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्किंग ही मान्य होंगे। इसके बिना अब ज्वैलरी नहीं बिकेगी। साथ ही चार अंकों वाली हॉलमार्किंग पूरी तरह से बंद हो जाएगी।
आखातीज के सावों का उठाया फायदा
22 अप्रैल को आखातीज का अबूझा सावा था। इस दिन काफी शादियां थी। इस दौरान कोटा सर्राफा बाजार में लाखों रुपए के आभूषणों की बिक्री हुई थी। जानकारी के अनुसार इस दौरान भी इन ज्वैलर्स ने बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी को बेचकर अपना पुराना स्टॉक निकालने का काम किया। शादी में जरूरत होने के कारण अधिकांश ग्राहकों ने हॉलमार्क पर ध्यान भी नहीं दिया। इसी का फायदा ज्वैलरों ने उठाया और प्रतिबंध के बावजूद बिना हॉलमार्क ज्वैलरी की बिक्री कर दी।
ज्वैलर्स ने इस तरह निकाली गली
केन्द्र सरकार की ओर से नया नियम लागू होने के बाद धूलीलाल व पारस ज्वैलर्स बिना हॉलमार्क या चार डिजिट की ज्वैलरी बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। यह ज्वैलर्स ग्राहकों की अनभिज्ञता का फायदा उठाकर अपनी पुरानी ज्वैलरी को ही उनको बेच रहे हैं। अधिकांश ग्राहकों को नए नियम के बारे में जानकारी भी नहीं हैं और न ही ज्वैलर्स अपने फायदे के लिए ग्राहकों को नए नियम की जानकारी दे रहे हैं।
यह होता है हॉलमार्क
हॉलमार्क सोने की शुद्धता का एक पैमाना है। यह इस बात की गारंटी देता है कि आप जो सोना खरीद रहे हैं वह असली है। इसे भारतीय मानक ब्यूरों प्रमाणित करता है। इसके तहत सोने, चांदी और उनसे बनी ज्वैलरी पर कुछ निशान लगाए जाते हैं जिससे इनकी शुद्धता के बारे पता लगाया जा सकता है। हॉलमार्किंग के तहत सोने या चांदी की लैब टेस्टिंग के बाद उस पर निशान लगाए जाते हैं। इस पर कैरेट और शुद्धता के अनुसार हॉलमार्किंग सेंटर के निशान होते हैं। जैसे 22के916 यानी 91.6 फीसदी शुद्धता वाला 22 कैरेट सोना और 18के750 यानी 75 फीसदी शुद्धता वाला 18 कैरेट सोना होता है। हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर ज्वलैरी की शुद्धता की पहचान होती है। यह एक 6 नंबर का अल्फान्यूमेरिक कोड होता है जिसके जरिए ग्राहकों को गोल्ड ज्वैलरी के बारे में सारी जानकारी मिल जाती है। यह नंबर हर ज्वैलरी पर लगाया जाता है।
हम धूलीलाल ज्वैलर्स से कई सालों से ज्वैलरी खरीद रहे हैं। आखातीज पर परिवार में शादी होने के कारण इसी माह लाखों रुपए के जेवरात बनाए थे। इस दौरान ज्वैलर्स ने हॉलमार्क ज्वैलरी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। यह नियम काफी अच्छा है। यदि पता होता तो वह छह अंकों वाली हॉलमार्क ज्वैलरी की खरीद करते।
-सुरेन्द्र सिंह, निवासी गांव झालीपुरा ग्राहक
विश्वास के आधार पर ही ज्वैलर्स से लाखों की ज्वैलरी की खरीदारी करते हैं। वह काफी समय से पारस ज्वैलर्स से सोने-चांदी के जेवरात खरीद रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही दो तोला सोने की ज्वैलरी खरीदी थी। इस दौरान उन्होंने हॉलमार्क की जानकारी नहीं दी। बाद में पता चला कि अब तो नए नियम बन गए हैं। ज्वैलर्स को हमें जानकारी देनी चाहिए थी।
-लक्ष्मी चंद, निवासी गांव जाखडोंद ग्राहक
केन्द्र सरकार के नए नियम के अनुसार ज्वैलरी बेच रहे हैं। आदेश आने के बाद 31 मार्च से पहले ही बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी का निस्तारण कर दिया था। हो सकता है कि किसी ग्राहक को पुरानी ज्वैलरी बेच दी हो। नियमों के बारे में अब ग्राहक को जानकारी दे देंगे।
-सुरेन्द्र सोनी, धूलीलाल ज्वैलर्स
सरकार के नियमों के अनुसार ही ज्वैलरी बेच रहे हैं। अब नई ज्वैलरी पर छह अंकों वाला हॉलमार्क लगवाया जा रहा है। हमारे पास किसी ग्राहक ने अभी तक कोई शिकायत नहीं की है। अब ग्राहक को हॉलमार्क ज्वैलरी के सम्बंध में पूरी जानकारी दी जाएगी।
-हेमंत जैन, पारस ज्वैलर्स

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