अब चोरी छिपे सोशल मीडिया पर बेच रहे चायनीज मांझा
निगम ने 3 दुकानों से जब्त की मांझे की 7 चकरी
खुद के घर की जगह रिश्तेदार व पड़ौसी के घर पर रख रहे मांझे के रोल।
कोटा। मकर संक्रांति पर उड़ने वाली पतंगों में चायनीज मांझे का उपयोग रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई के डर से अब दुकानदार चोरी छिपे और सोशल मीडिया के जरिये चायनीज मांझा बेच रहे है। साथ ही खुद की दुकान व घर पर यह मांझा नहीं रखकर रिश्तेदार या पड़ौसी के घर पर रख रहे है। निगम की फायर टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए 7 चकरी चायनीज मांझा जब्त किया है। मकर संक्रांति 14 जनवरी व उससे पहले शहर में बड़ी संख्या में पतंगे उड़ाई जाएंगी। उन पतंगों में पहले जहां सद्दा या देसी मांझा काम में लिया जाता था। उसके स्थान पर अब चायनीज मांझे का अधिक उपयोग किया जा रहा है। जबकि यह मांझा धारदार होने से अधिक घातक है। खास तौर से पतंग उड़ाने वालों के हाथों को तो नुकसान पहुंचा ही रहा है। साथ ही राह चलते वाहन चालकों और आसमान में उड़ने वाले पक्षियों के जानलेवा तक साबित हो रहा है। ऐसे में इसका उपयोग बंद करने के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम के फायर अनुभाग की टीमें कई दिन से कार्रवाई कर रही है। पहले जहां पतंग वाले दुकानदार खुले आम दुकानों पर चायनीज मांझा बेचते थे।वहीं अब कार्रवाई के डर से चोरी छिपे और सोशल मीडिया के माध्यम से बेचने लगे हैं।
प्लास्टिक का होने से जलता नहीं पिघलता है
सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि चायनीज मांझे का पता लगाने के लिए उसेजलाने पर वह जलता नहीं है। वह प्लास्टिक का होने से वह पिघलकर गुच्छे के रूप में बन जाता है। जबकि देसी मांझा धागे का होने से वहजल जाता है। साथ ही देसी मांझे की तुलना में चायनीज मांझा अधिक धार वाला होने से पतंग काटने में अधिक कारगर होने से इसका उपयोग किया जा रहा है। जबकि यह पतंग से अधिक लोगों व पक्षियों के लिए घातक है।
इंस्ट्राग्राम पर मोबाइल नम्बर से कर रहे सम्पर्क
नगर निगम कोटा दक्षिण के सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि चायनीज मांझा बेचने वाले इतने होशियार हैं कि दुकानों पर कार्रवाई होने से अब वे इंस्ट्राग्राम का सहारा लेने लगे है। कई दुकानदार चायनीज मांझे के लिए इंस्ट्राग्राम पर मोबाइल नम्बर देकर सम्पर्क करने के लिए कह रहे है। वह भी खुदरा में नहीं होलसेल में। व्यास ने बताया कि उन्होंने एक दिन पहले नांता क्षेत्र में जो कार्रवाई की। उसकी जानकारी इंस्ट्राग्राम से ही मिली। वहीं से नम्बर लिए और ग्राहक बनकर बात की। जिससे जानकारी पुख्ता होने पर एक साथ 60 चकरी चायनीज मांझा जब्त किया गया था। व्यास ने बताया कि चायनीज मांझे के खिलाफ कार्रवाई लगातार की जा रही है और आने वाले दिनों में भी की जाएगी।
कार्रवाई के दौरान हुआ विवाद
इधर शनिवार को एएफओ सीता चौपदार के नेतृत्व में फायर टीम ने डडवाड़ा, पटरी पार व बोरखेड़ा क्षेत्र में चायनीज मांझे की जांच की। इस दौरान 3 दुकानों से 7 चकरी मांझा जब्त किया गया। लेकिन डडवाड़ा क्षेत्र में कई दुकानदार व स्थानीय लोग कार्रवाई का विरोध करने लगे और विवाद किया। दुकानदारों का कहना था कि जिस मांझे को जब्त किया जा रहा है वह देसी है चायनीज नहीं। जबकि जब्त मांझे को सब्जीमंडी स्थित फायर स्टेशन पर लाकर जलाकर नष्ट किया गया।
दूसरों के घरों पर रख रहे
नगर निगम कोटा उत्तर की सहायक अग् िनशमन अधिकारी सीता चौपदार ने बताया कि चायनीज मांझे के खिलाफ कार्रवाई के लिएनिगम कीटीम पतंग वालों की दुकान पर जांच कर रहीहै। उनके गोदाम की जांच कर रही है। लेकिन अब दुकानदार एक कदम आगे बढ़कर न तो खुद की दुकान पर और न ही खुद के घर पर मांझा रख रहे है। वरन् पड़ौसी और रिश्रेदारों के यहां छिपाकर रख रहे है। जिससे बिना कारण उनके घर कार्रवाई नहीं की जा सकती। चौपदार ने बताया कि जब एक दुकान पर कारर्रवाई कर मांझा जब्त किया और उससे पूछा कि वह कहां से लाया है। उसने जिसके बारे में दी उसके यहां दो से तीन बार जांच कर ली लेकिन वहां दुकान व गोदाम पर कुछ नहीं मिला। जबकि सूत्रों का कहना है कि उसके द्वारा रिश्तेदारों व पड़ौसी केयहां से मांझा बेचा जा रहा है।
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