कचरे से बिजली बनाएगा निगम
निजी फर्म द्वारा किया गया सर्वे
कचरे से बिजली बनाने के बाद उस बिजली का उपयोग ट्रेचिंग ग्राउंड समेत निगम के अन्य भवनों पर करने की योजना है।
कोटा। शहर से रोजाना निकल रहे सैकड़ों टन कचरे का निस्तारण व उपयोग करने के लिए नगर निगम द्वारा कचरे से बिजली बनाने की योजना है। जिसके लिए निजी फर्म द्वारा सर्वे का काम किया गया है। शहर से रोजाना निकल रहे करीब 500 टन कचरे को नगर निगम द्वारा नांता स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पर डाला जा रहा है। यह कचरा पिछले कई सालों से डाला जा रहा है। जिससे वहां कचरे के बड़े-बड़े पहाड़ खड़े हो गए हैं। उन पहाड़ों में गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं होने से जहरीली गैस निकलने से आस-पास रहने वाले लोगों के लिए यह खतरा बनी हुई है। ऐसे में उस कचरे का निस्तारण व उपयोग करने के लिए नगर निगम द्वारा कचरे से बिजली(वेस्ट टू एनर्जी) प्लांट लगाने की योजना है। जिनके लिए निगम ने निजी फर्म से सर्वे भी कराया है। हालांकि निगम की ओर से यह योजना पिछले कई सालों से चल रही है लेकिन अभी तक साकार रूप नहीं ले पाई है।
योजना अच्छी है लेकिन मुश्किल अधिक
नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त अशोक त्यागी ने बताया कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने की योजना तो अच्छी है। जिससे कचरे का निस्तारण भी हो सकेगा और उस कचरे से बनने वाली बिजली का उपयोग भी। लेकिन यह मुश्किल अधिक है। कचरे से बिजली बनाने में उससे निकलने वाले गैस से खतरा अधिक रहता है। साथ ही बीमारियों को भी न्यौता देना है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए उसकी पूरी तैयारी करनी पड़ेगी।
ट्रेचिंग ग्राउंड को रोशन करने की है योजना
कचरे से बिजली बनाने के बाद उस बिजली का उपयोग ट्रेचिंग ग्राउंड समेत निगम के अन्य भवनों पर करने की योजना है। अभी दिल्ली व उनियारा समेत कई जगहों पर यह प्रोजेक्ट चल रहे है। वहीं जयपुर में भी कचरे से बिजली बनाने की योजना के लिए निजी फर्म के साथ एमओयू किया गया है।
ट्रेचिंग ग्राउंड में लाखों टन कचरा जमा
नांता स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड में पूरे शहर का कचरा डाला जा रहा है। जिससे यहां पहले 9 लाख क्यूविक घन मीटर कचरा जमा हो गया था। जिसमें से 5 लाख क्यूविक घन मीटर कचरे का निस्तारण किया जा चुका है। उसके बाद शेष कचरे का निस्तारण नहीं होने से वह कचरा फिर से बढ़ गया।हालत यह है कि वर्तमान में पहले से भीअधिक करीब 13 लाख क्यूविक घन मीटर कचरा एकत्र हो गया है। जिससे ट्रेचिंग ग्राउंड में कचरे के वाहनों को जाने के लिए जगह तक नहीं मिलती।
सोलिड वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट का काम शुरु
इधर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगने से पहले ट्रेचिंग ग्राउंड में सोलिड वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का काम शुरु हो गया है। नगर निगम कोटा उत्तर के अधीक्षण अभियंता कुलदीप प्रेमी ने बताया कि सोलिड वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का कार्यादेश डीएलबी से जारी हुआ था। संबंधित फर्म द्वारा काम मौके पर काम शुरु कर दिया है। इसके लिए संवेदक फर्म को 5 हैक्टेयर भूमि दी गई है। जिसमें पानी भरा हुआ है। पानी को रोकने के लिए पत्थर व आरसीसी की चार दीवारी बनाई जा रही है। यूनिट लगाने के लिए सिविल वर्क शुरू कर दिया है। 3 से 4 महीने में काम पूरा होने के बाद कचरे के निस्तारण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
सर्वे कराया गया है
नगर निगम कोटा उत्तर के स्वास्थ्य अधिकारी तनुज शर्मा ने बताया कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के लिए निजी फर्म से जगह व कचरे का सर्वे कराया गया है। वह प्रक्रिया चल रही है। उसके पूरा होने के बाद इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
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