शहर की खूबसूरती को ग्रहण लगा रहे स्मैकची
मेन रोड की ग्रीन बेल्ट समेत कई जगह से गायब होने लगी रैलिंग
नगर निगम व नगर विकास न्यास द्वारा शहर में अधिकतर जगहों पर लोहे की रैलिंग व जालियां लगाई जा रही हैं, लेकिन हालत यह है कि वे रैलिंग ही सुरक्षित नहीं हैं।
कोटा। सरकार और प्रशासन तो शहर को सुंदरता प्रदान करने में जुटे हुए हैं और स्मैकची व चोर उसे बिगाड़ रहे हैं। सबसे अधिक लोहे की रैलिंग स्मैकचियों के निशाने पर हैं। मेन रोड की ग्रीनबेल्ट समेत कई जगह से लोहे की रैलिंग गायब होने लगी है। नगर निगम व नगर विकास न्यास द्वारा शहर में करवाए जा रहे विकास कार्यों के तहत अधिकतर जगहों पर लोहे की रैलिंग व जालियां लगाई जा रही हैं। जिससे उस जगह की सुंदरता बढ़ने के साथ ही सुरक्षा भी हो सके। लेकिन हालत यह है कि वे रैलिंग ही सुरक्षित नहीं हैं। चोर और स्मैकची उन रैलिंग को ही काट-काटकर ले जा रहे हैं।
ग्रीन बेल्ट की रैलिंग होने लगी गायब
घोड़ा चौराहे से सीएडी रोड के बीच ग्रीन बेल्ट बनी हुई है। उस ग्रीनबेल्ट की चार दीवारी पर लोहे की रैलिंग काफी समय पहले से लगी हुई है। लेकिन पिछले कुछ दिन से वह रैलिंग धीरे-धीरे गायब हो रही है। शुरुआत में एक जगह से थोड़ा सा हिस्सा गायब हुआ था। लेकिन उसके बाद यह बढ़ता गया। वर्तमान में रैलिंग का काफी हिस्सा बीच-बीच से गायब हो गया है।
पहले तालाब के चारों तरफ की हो चुकी गायब
शहर में मेन रड से लोहे की रैलिंग गायब होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले किशोर सागर तालाब के चारों तरफ चार दीवारी पर लोहे की रैलंग लगी हुई थी। जिसे स्मैकचियों ने इतनी होशियारी से काटा कि कोटड़ी चौराहे से बड़ तिराहे के बीच से रैलिंग गायब होना शुरू हुई जो देखते ही देखते पूरी गायब हो गई थी। जानकारी करने पर पुलिस को पता चला था कि यह काम स्मैकचियों ने किया है। अपने नशे की पुड़िया के लिए वे लोहे की रैलिंग काटकर बीच रहे हैं।
यहां भी यही हालत
लोहे की रैलिंगे व जालियां सिर्फ एक ही जगह से गायब नहीं हुई है। सीएडी से किशोरपुरा थाने के सामने की तरफ दशहरा मैदान की चार दीवारी पर लगी रैलिंग के सरिये व भाले बीच-बीच से गायब हो गए। किशोर सागर तालाब पर गीता भवन के सामने लगी रैलिंग बीच से गायब हो गई है। इसी तरह कई जगह पर यही हालत है।
गायब हो रही फिर भी लगाई
शहर के बीच से गायब हो रही लोहे की रैलंग के बारे में पुलिस से लेकर अधिकारियों तक को जानकारी है। उसके बाद भी नए काम में उसी तरह की रैलिंग व जलियां फिर से लगाई जा रही है। साजी देहड़ा नाले से लेकर किशोरपुरा एलिवेटेड पुलिया तक चार दीवारी पर लोहे की तैलिंग लगई गई है। किशोर सागर तालाब पर रैलिंग लगाई गई है।
स्मैकचियों को पकड़ना मुश्किल
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्मैकची बड़ी होशियारी से लोहे व पीतल के सामान चोरी करते हैं। जिससे इन्हें पकड़ना तक मुश्किल हो जाता है। फिर भी जितना संभव होता है कि कार्रवाई करते हैं। जेल में स्मैकचियों की संख्या काफी अधिक है।
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