निगम बनाएगा समस्या समाधान के लिए एप, तत्कालीन महापौर को 2014 में दिया था सुझाव
नवज्योति दस साल पहले 2014 में मोबाइल एप बनाने के लिए निगम को कर चुका प्रेरित
शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ ही आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए नगर निगम शीघ्र ही एक एप बनाएगा
कोटा। शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ ही आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए नगर निगम शीघ्र ही एक एप बनाएगा। जिसके माध्यम से व्यक्ति घर बैठे कचरे से लेकर अन्य समस्याओं को बता सकेगा। जिसका समाधान निगम अधिकारी करेंगे। हालांकि नवज्योति करीब दस साल पहले ही इस तरह का मोबाइल एप को बनाने के लिए नगर निगम को प्रेरित कर चुका है। केन्द्र सरकार की ओर से हर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए स्वचछ भारत मिशन की शुरुआर की गई है। जिसके तहत हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाता है। हालांकि इस सर्वेक्षण में अभी तक कोटा विशेष उपलब्धी हांसिल नहीं कर सका है। लेकिन अब उस दिशा में प्रयास किए जा रहे है। दो दिन पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निगम अधिकारियों की बैठक ली थी। जिसमें दोनों निगमों के अधिकारियों को निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि नगर निगम ऐसा सिस्टम बनाए जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने घर से ही मृत मवेशी,गंदगी, सीवरेज की सफाई संबंधी शिकायत कर सके और निगम अधिकारी उसका समाधान कर सके। उन्होंने इसके लिए मोबाइल पर एक एप बनाने के निर्देश दिए हैं। जबकि अभी लोगों को निगम में जाकर या पार्षदों के माध्यम से ही इस तरह की सूचनाएं देनी पड़ रही है। मौखिक व पार्षदों के माध्यम से दी जानी वाली शिकायतों में कई बार समाधान होने में समय लग जाता है। कई शिकायतें पूरी भी नहीं हो पाती है। उनके समाधान के लिए इस तरह का एप बनाने को कहा गया है। जिससे आमजन की समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके। नगर निगम कोटा उत्तर के स्वास्थ्य अधिकारी मोतीलाल चौधरी का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ने मोबाइल एप बनाने के निर्देश दिए हैं। उन निर्देशों की पालना की जाएगी। उस दिशा में निगम की तकनीकी टीम के माध्यम से उच्च अधिकािरयों के निर्देशन में एप बनाने की तैयारी की जा रही है। इसे शीघ्र ही तैयार कर लिया जाएगा। जिससे लोग घर बैठे ही अपनी समस्याएं बता सकेंगे और उनका समाधान होने के बाद उसकी जानकारी भी दी जाएगी।
तत्कालीन महापौर को 2014 में दिया था सुझाव
लोकसभा अध्यक्ष ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि ऐसा सिस्टम बनाया जाए जिसमें गंदगी और कचरा पड़ा होने की शिकायत मिले तो निगम के स्तर पर उसका 6 घंटे के भीतर समाधान किया जाए। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए कोटा उत्तर व दक्षिण में हैल्प लाइन शुरु की हुई है। जिसके नम्बर जगह-जगह पर डिस्प्ले कर रखे है। उन हैल्प लाइन पर सफाई संबंधी शिकायत मिलने पर उनका समाधान किया जा रहा है।
नवज्योति ने दस साल पहले किया था प्रेरित
गौरतलब है कि मोबाइल एप बनाने के लिए दैनिक नवज्योति नगर निगम को दस साल पहले प्रेरित कर चुका है। नगर निगम के पिछले भाजपा बोर्ड में निर्वाचित तत्कालीन महापौर महेश विजय से नवज्योति की खास बातचीत के दौरान वर्ष 2014 में यह मुद्दा उठाया था। उस समय महापौर को बताया था कि गुजरात नगर निगम में इस तरह का मोबाइल एप बना हुआ है। जिसमें आमजन से जुड़ी और निगम संबंधी समस्याओं की शिकायत की जाती है। जिसका समाधान तुरंत होता है। इसी तरह का एप कोटा नगर निगम में भी बनाने की योजना है क्या। उस समय तत्कालीन महापौर महेश विजय ने बताया था कि निगम का प्रयास है और उस दिशा में काम किया जाएगा। लेकिन उसे पूरा होने में समय लगेगा। हालांकि उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद वर्तमान कांग्रेस बोर्ड का कार्यकाल भी नवम्बर में पूरा होने वाला है। अभी तक नगर निगम उसे लागू नहीं कर सका है।
इसी महीने आएगी केन्द्रीय टीम
इधर स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई का भ।तिक सत्यापन करने केन्द्र की टीम इसी महीने कोटा आएगी। टीम के 24 फरवरी के बाद कभी भी कोटा आने का कार्यक्रम बन सकता है। निगम अधिकािरयों के अनुसार टीम हमेशा से बिना सूचना दिए आती है। यहां आने के बाद टीम निगम अधिकािरयों के सम्पर्क में नहीं रहती है। टीम के सदस्य अपने हिसाब से उन्हें दिए गए दिशा निर्देश के हिसाब से ही काम करते है।
सिटीजन फीडबैक जारी
वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केन्द्र द्वारा जारी सिटीजन फीडबैक के लिंक पर लोगों द्वारा फीडबैक दिया जा रहा है। निगम अधिकारियों का कहना है कि यह ऑनलाइन सिस्टम है। 31 मार्च तक इसमें फीडबैक दिया जाएगा। निगम का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग इसमें अपनी भागीदारी निभाएं।
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