राई से कंकर निकालने जैसा है वेबसाइट पर लोकपाल का नाम ढूंढ़ना

जय मीनेश और कॅरियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी आखिर क्यों छुपा रही हैं लोकपाल की जानकारी

राई से कंकर निकालने जैसा है वेबसाइट पर लोकपाल का नाम ढूंढ़ना

 सूचना सार्वजनिक करने पर यूनिवर्सिटी के खिलाफ शिकायतें लोकपाल तक पहुंचना हो जाता है आसान

कोटा। कोटा जिले के दो निजी विश्वविद्यालय जय मीनेश यूनिवर्सिटी कोटा और कॅरियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी, यूजीसी के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह विश्वविद्यालय सख्त निर्देशों के बावजूद लोकपाल की नियुक्ति को सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। दोनों ही विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार कहते हैं कि हमने अपनी वेब साइट पर लोकपाल की जानकारी डाल दी है, लेकिन वास्तव में उसे ढूंढना राई से कंकर निकालने जैसा है। अपनी वेब साइट पर किस कॉलम में कहां पर लोकपाल संबंधी जानकारी है इसकी पुष्टि खुद रजिस्ट्रार तक नहीं कर पा रहे हैं।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमानुसार सभी विश्वविद्यालयों को लोकपाल की नियुक्ति  करनी है और इस सूचना को विश्वविद्यालय की अधिकृत वेब साइट पर भी मुख्य रूप से दर्शाना है, जिससे यूनिवर्सिटी के कामकाज में पारदर्शिता बनी रहे और किसी प्रकार की गंभीर शिकायत हो तो स्टूडेंट लोकपाल तक पहुंच सकें। लोकपाल एक स्वतंत्र इकाई होते हैं। जो अपना निर्णय देते हैं। लोकपाल का निर्णय अंतिम होता है। मामले में नवज्योति ने जय मीनेश यूनिवर्सिटी कोटा तथा कॅरियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी की साइट को चेक किया तो इसमें कहीं भी लोकपाल का नाम नजर नहीं आया।

जब इस संबंध में जय मीनेश यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एम.के. शर्मा तथा करियर प्वाइंट के मोहित माथुर से जानकारी चाही तो जय मीनेश के रजिस्ट्रार ने कहा कि यूजीसी के कॉलम में लोकपाल की जानकारी है। लेकिन वेब साइट पर यूजीसी का कोई कॉलम ही नहीं है। इसी तरह कॅरियर प्वाइंट के रजिस्ट्रार मोहित माथुर को कई बार फोन लगाया। मैसेज भी किया लेकिन उन्होंने फोन अटेंड नहीं किया। आखिर निदेशक प्रमोद माहेश्वरी को फोन लगाया तो उन्होंने लोकपाल का नाम तो बता दिया लेकिन जानकारी रजिस्ट्रार से लेने को कह दिया। कॅरियर प्वाइंट की वेब साइट पर भी हमने जानकारी करनी चाही लेकिन कहीं कोई जानकारी नहीं मिली। आखिर रजिस्ट्रार ने बताया कि वेबसाइट पर लोकपाल की जानकारी तो है। लेकिन कहां हैं तो कहा कि पता करता हूं। 


 क्या जानकारी होना चाहिए लोकपाल के संबंध में 
यूजीसी के नियमानुसार यूनिवर्सिटी को अपनी वेब साइट पर लोकपाल का नाम, उनका परिचय, अनुभव, पता ,फोन नम्बर, ई-मेल आईडी के साथ शिकायत कैसे की जाए। इसका पूरा प्रोसिजर मेंशन होना चाहिए। तभी आम स्टूडेन्ट्स लोकपाल तक पहुंच बना सकते हैं। यूनिवर्सिटी यदि किसी स्टूडेंट की शिकायत नहीं सुन रही है तो वह किस तरह लोकपाल तक जा सकता है। वेब साइट के सर्च विंडो में अलग व स्पष्ट रूप से लोकपाल की जानकारी होना चाहिए। 
 क्या कहते हैं लोकपाल
विश्वविद्यालय को यह जानकारी वेब साइट पर देनी चाहिए। उनहोंने शायद दे भी रखी है, नहीं होगी तो रजिस्ट्रार को कहेंगे। यह तो काम यूनिवर्सिटी का है, उसे करना ही चाहिए। 
  -प्रो.प्रहलाद दुबे 
लोकपाल कॅरियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को देखना चाहिए कि लोकपाल के संबंध में सारी जानकारी सुलभ तरीके से मिल रही है या नहीं। यूजीसी ने लोकपाल नियुक्ति इसी वर्ष की है। हो सकता है यूनिवर्सिटी की वेब साइड में परिवर्तन हो तब वह करें। 
-प्रो.एमएल गुप्ता
जय मीनेश यूनिवर्सिटी के लोकपाल। 

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