मां-बेटे और बेटी ने ट्रेन के आगे कूद की खुदकुशी : डेगाना में पांच दिनों में सात लोगों ने लगाया मौत को गले

रेलगाड़ी के सामने कूदकर मौत को गले लगाया

मां-बेटे और बेटी ने ट्रेन के आगे कूद की खुदकुशी : डेगाना में पांच दिनों में सात लोगों ने लगाया मौत को गले

इसी प्रकार से एक प्रेम प्रसंग के मामले में ग्राम लंगौड में एक मेघवाल युवक की हत्या कर शव को रेलवे लाइन के पास पटक दिया, जिसकी भी पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है।

डेगाना। डेगाना क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से मौतों का सिलसिला जारी है। ज्ञात रहे पिछले रविवार को एक कॉलेज संचालक ने फांसी लगाकर सुसाईड किया और गुरुवार को एक ही परिवार के तीन लोगों ने रेलगाड़ी के सामने कूदकर मौत को गले लगाया। इसी तरह रेवंत ग्राम के निवासी एक युवक ने खेतों में बने टांके में कूदकर अपनी जान दी। इसी प्रकार से एक युवक और महिला ने भी फंदे पर झूल कर अपनी जान देने की कोशिश की लेकिन सौभाग्य से दोनों की जान बच गई। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार बुधवार रात्रि 11 बजे डेगाना से गच्छीपुरा की ओर जाने वाले रेलवे लाइन पर एक ही परिवार के मां, बेटे, बेटी ने ट्रेन के आगे कूदकर एक साथ आत्महत्या कर ली।

जीआरपी के पूनाराम नायक ने बताया कि तीनों जयपुर से डेगाना आए और आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार रात्रि करीब 11 बजे रात को डेगाना गच्छीपुरा रेलवे लाइन पर तीनों के शव बुरी तरह से बिखर गए। एक मृतक की जेब से पुलिस को सुसाईड नोट भी मिला, जिसमें आत्म हत्या करने के पीछे आर्थिक तंगी और सिर पर भारी कर्जा होना बताया। तीनों ने जानबूझकर आत्महत्या करने की बात लिखी। मरने वाले तीनों चूरू जिले के थिरपालिया गांव के बताए जा रहे हैं, जिसमें शारदा पत्नी विजयपाल जाट, निखिल पुत्र विजयपाल जाट, अंशु पुत्री विजयपाल जाट तीनों ने रेलवे ट्रैक पर आकर सुसाइड कर लिया। शिनाख्ती के बाद परिजनों को सूचित किया और पोस्टमार्टम के बाद शवों को सुपुर्द किया।

इसी प्रकार से एक प्रेम प्रसंग के मामले में ग्राम लंगौड में एक मेघवाल युवक की हत्या कर शव को रेलवे लाइन के पास पटक दिया, जिसकी भी पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है। डेगाना के ग्राम रेवंत के प्रभूनाथ ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि उसका मंदबुद्वि पुत्र रविन्द्र (28) जो खेत में  बने टांके से पानी पीने के लिए गया, जहां पांव फिसलने से टांके में गिरने में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करावा कर शव परिजनों के सुपुर्द किया। इसी प्रकार से एक डेगाना निवासी युवक और लंगौड़ की एक महिला ने भी मौत को गले लगाने के लिए अपने घर में ही फांसी का फंदा लगाया लेकिन सौभाग्य से दोनों मरने से बचे गए, जिनका अजमेर में ईलाज चल रहा है।

Post Comment

Comment List

Latest News

पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़ पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़
ब्राजील के गुआइबा शहर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को आए तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान लगभग...
नेशनल हेराल्ड मामला: अदालत ने गांधी परिवार को एफआईआर की कॉपी देने से किया इनकार
UNSC में भारत की पाकिस्तान का दो टूक, कहा-जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे…’ सिंधु जल संधि और इमरान खान को लेकर बोला तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी ने उठाया संसद में महिला कर्मियों का मुद्दा, मानदेय बढाने और सामाजिक सुरक्षा की मांग की
ग्लोबल वायदा बाजार की नरमी के असर : दोनों कीमती धातुओं में गिरावट, जानें क्या है भाव
विपक्ष के विरोध के बीच "बीमा विधि संशोधन विधेयक-2025" लोकसभा में पेश