जहरीली गैस रिसाव का रहस्य बरकरार : 3 दिन बाद भी नहीं हुआ खुलासा, प्रशासन के कयास जांच में खरे नहीं उतरे
पहले पुरानी साड़ियों की फैक्ट्री के धुआं कयास लगाया
22 नवंबर की रात शहर के शांति नगर क्षेत्र में जहरीली गैस फैलने के प्रकरण का 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन खुलासा नहीं कर पाया है कि आखिरकार जहरीली गैस का रिसाव कहां से हुआ। गैस का असर करीब 300 मीटर एरिया में ही हुआ था, जो करीब 1 घंटे तक रहा। इस दौरान ही उसके रिसाव होने और कारणों का पता चल सकता था।
सीकर। 22 नवंबर की रात शहर के शांति नगर क्षेत्र में जहरीली गैस फैलने के प्रकरण का 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन खुलासा नहीं कर पाया है कि आखिरकार जहरीली गैस का रिसाव कहां से हुआ। गैस का असर करीब 300 मीटर एरिया में ही हुआ था, जो करीब 1 घंटे तक रहा। इस दौरान ही उसके रिसाव होने और कारणों का पता चल सकता था। लेकिन सीकर में पॉल्यूशन डिपार्टमेंट के पास पॉल्यूशन एनालाइजर ही नहीं है। ऐसे में यह तक पता नहीं चल सका कि आखिर वह गैस कौनसी थी। बता दें कि सीकर में 22 नवंबर की रात को शांति नगर एरिया में जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। यहां स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के 24 से ज्यादा बच्चे सहित स्थानीय लोग इसकी चपेट में आए थे। जिन्हें सांस लेने में तकलीफ और अस्थमा जैसी प्रॉब्लम हुई थी। उन्हें इलाज के लिए सीकर के एस के अस्पताल में एडमिट करवाकर ऑक्सीजन सपोर्ट भी दिया गया था।
पहले पुरानी साड़ियों की फैक्ट्री के धुआं कयास लगाया
प्रारंभिक तौर पर प्रशासन ने माना था कि शांति नगर एरिया में स्थित प्रहलाद सोनी की फैक्ट्री, जहां पुरानी साड़ियों को जलाकर उनसे तांबा निकालने का काम होता था। उससे यह गैस निकली थी। इसके बाद रात को ही उस फैक्ट्री को सीज कर दिया गया था। अंदेशा जताया गया कि फैक्ट्री के पास स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के लैब से यह धुआं निकला हो, लेकिन वहां भी जांच करने पर ऐसा कुछ सामने नहीं आया।

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