एशिया पावर इंडेक्स 2025 में खुलासा, भारत जापान की बढ़ेगी ताकत
एशिया पावर इंडेक्स 2025 में रूस की वापसी
लोवी इंस्टीट्यूट के नए एशिया पावर इंडेक्स में रूस ने 2019 के बाद पहली बार अपनी ताकत बढ़ाई है, जबकि भारत और चीन की ताकत तेज़ी से बढ़ती दिखी। अमेरिका की प्रभाव क्षमता सबसे निचले स्तर पर है। रैंकिंग में अमेरिका पहले, चीन दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है।
केनबरा। ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट ने सालाना एशिया पावर इंडेक्स जारी किया है। इस इंडेक्स के मुताबिक, 2019 के बाद पहली बार रूस ने एशिया में अपनी पूरी ताकत में सुधार किया है। वहीं, एशिया में भारत और चीन की ताकत पहले के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ी है। जापान भी इस इंडेक्स में पहले के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन करता दिखा है। सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को हुआ है। अमेरिका कभी एशिया में सबसे प्रभावशाली देश हुआ करता था, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में उसकी साख को गहरा धक्का लगा है।
रूस की बढ़ी ताकत
बुधवार को जारी एशिया पावर इंडेक्स 2025 के मुताबिक, एशिया में रूस की ताकत वापस बढ़ रही है, क्योंकि किले जैसे रूस ने यूक्रेन विवाद के बाद जी7 सहयोगियों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का सामना करने की अपनी क्षमता साबित कर दी है। लोवी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े महाद्वीप में रूस के फिर से उभरने के पीछे एक बड़ा कारण चीन और नॉर्थ कोरिया के साथ उसकी डिफेंस और इकोनॉमिक पार्टनरशिप है। कुल मिलाकर, रूस एशिया में पांचवीं सबसे असरदार ताकत है, जिसने 2024 में ऑस्ट्रेलिया से खोई हुई अपनी जगह वापस पा ली है।
अमेरिका को झटका, चीन को बढ़त
एशिया पावर इंडेक्स में सुपर पावर की सूची में अमेरिका और चीन को शामिल किया गया है। वहीं, मेजर पावर के रूप में भारत अकेला है। इसके बाद के देश मिडिल पावर कंट्री की कैटेगरी में हैं। रैंकिंग के हिसाब से एशिया पावर इंडेक्स में अमेरिका शीर्ष पर है, दूसरा स्थान पर चीन, तीसरे पर भारत, जापान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया हैं। पाकिस्तान शीर्ष 10 देशों की सूची से बाहर है। उसे 16वां स्थान मिला है।
जापान इंडेक्स में चौथे नंबर पर
अमेरिका इस इलाके का सबसे असरदार देश बना हुआ है, हालांकि 2018 में एशिया पावर इंडेक्स शुरू होने के बाद से इसकी ताकत अपने सबसे निचले लेवल पर है। इसमें कहा गया है कि, ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के काम एशिया के लिए काफी हद तक नेट नेगेटिव रहे हैं। इंडेक्स में पाया गया कि चीन, अमेरिका के साथ अपना गैप कम कर रहा है, और वर के साथ उसका मार्जिन 2020 के बाद से अपने सबसे निचले लेवल पर है।
एशिया पावर इंडेक्स में भारत की बल्ले-बल्ले
एशिया पावर इंडेक्स आठ थीम वाले तरीकों-मिलिट्री क्षमता और डिफेंस नेटवर्क, इकोनॉमिक क्षमता और रिश्ते, डिप्लोमैटिक और कल्चरल असर, साथ ही लचीलापन और भविष्य के रिसोर्स के आधार पर 27 देशों की ताकत का मूल्यांकन करता है। इंडेक्स में कहा गया है, एशिया में भारत की पावर लगातार बढ़ रही है, और 2025 में एशिया पावर इंडेक्स द्वारा मेजर पावर स्टेटस के लिए तय की गई लिमिट पार कर गई। फिर भी, डिप्लोमेसी और इकोनॉमिक रिश्तों के जरिए भारत के असर में बढ़ोतरी उसके बढ़ते रिसोर्स के हिसाब से नहीं रही है।

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